फर्जी राशन कार्ड घोटाला: 13 अविवाहितों के नाम पर बने कार्ड, पत्नी-बच्चों के नाम भी जोड़े गए, जांच शुरू
लोरमी में फर्जी राशन कार्ड बनाकर सरकारी खाद्यान्न का लाभ उठाने का मामला सामने आया है, 13 अविवाहित युवकों के नाम पर कार्ड बनाकर उनमें पत्नी और बच्चों के नाम भी जोड़े गए।
शासकीय उचित मूल्य की दुकान
राहुल यादव - लोरमी। क्षेत्र के ग्राम मारूकापा में फर्जी राशन कार्ड बनवाकर सरकारी योजना का लाभ उठाने का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर और खाद्य विभाग को शिकायत कर आरोप लगाया है कि गांव के 13 अविवाहित युवकों के नाम पर फर्जी कार्ड बनाए गए हैं, जिनमें पत्नी और बच्चों के नाम भी दर्ज हैं।
फर्जी कार्डधारियों को दिया जा रहा राशन- ग्रामीणों की शिकायत
ग्राम पंचायत लालपुर के आश्रित ग्राम मारूकापा निवासी धनराज माथुर सहित कई ग्रामीणों ने जनदर्शन के माध्यम से खाद्य विभाग को लिखित शिकायत सौंपी है। शिकायत में कहा गया है कि ग्राम की उचित मूल्य दुकान (करूणा माता स्व-सहायता समूह) द्वारा फर्जी कार्डधारकों को नियमित राशन वितरण किया जा रहा है, जबकि यह जानकारी दुकानदार को भी है कि संबंधित व्यक्ति अविवाहित हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यह पूरा खेल पूर्व सरपंच और कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ है ताकि अपात्र लोगों को सरकारी खाद्यान्न का लाभ दिया जा सके।
पत्नी-बच्चों के नाम भी जोड़े गए
ग्रामीणों के अनुसार, कई युवकों के नाम पर बने फर्जी राशन कार्डों में सरकारी रिकॉर्ड में पत्नी और बच्चों के नाम तक जोड़ दिए गए हैं। आशंका जताई जा रही है कि इन्हीं कार्डों के जरिए लंबे समय से खाद्यान्न की हेराफेरी की जा रही है।
इन नामों पर बने फर्जी कार्ड
शिकायत में जिन नामों पर फर्जी कार्ड बनाए जाने की बात कही गई है, उनमें अंजनी/विकास कुमार, अनामिका बारे/महेश कुमार बारे, अनीता टंडन/एवन, अमृता बघेल/सूर्यकांत बघेल, अमीश भास्कर/महेश भास्कर, अर्चना बघेल/नीलेश बघेल, कीर्ति बघेल/मुकेश बघेल, गायत्री बघेल/गंगा प्रसाद, राधिका भास्कर/महेन्द्र भास्कर, शिवानी डाहिरे/मोतीलाल डाहिरे, शोभिता बघेल/नीलकमल, संध्या जागड़े/एवन तथा सुनीता बघेल/मुकेश बघेल शामिल हैं। इन सभी को दुकान क्रमांक 402007078 से राशन वितरण किया गया बताया गया है।
प्रशासन ने जांच के दिए निर्देश
एसडीएम अजीत पुजारी ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि, ग्राम मारूकापा की उचित मूल्य दुकान से फर्जी तरीके से अपात्र व्यक्तियों को राशन कार्ड बनाकर वितरण किए जाने की शिकायत मिली है। खाद्य निरीक्षक की अगुवाई में जांच दल गठित किया गया है, जो बिंदुवार जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। दोषियों पर कठोर कार्रवाई होगी।
दोषियों पर हो आपराधिक कार्रवाई- ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने शासन से मांग की है कि फर्जी राशन कार्ड बनवाने में शामिल दुकानदार, पूर्व सरपंच और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी अनियमितताओं पर रोक लगाई जा सके।