बस्तर में एक बार फिर बाढ़ का खतरा: ख़ातिगुड़ा डेम का जलस्तर बढ़ा, छोड़ा जाएगा 1500 क्युसेक पानी
ख़ातिगुड़ा डेम से शुक्रवार की रात 1500 क्युमेक पानी छोड़ने की योजना है। इधर इन्द्रावती नदी के पुराने पुल पर शाम 6 बजे तक जलस्तर 6 मीटर पहुंच चुका है।
ख़ातिगुड़ा डेम
अनिल सामंत- जगदलपुर। छत्तीसगढ़ बस्तर से सटे ओड़िशा के नवरंगपुर में स्थित इन्द्रावती जल परियोजना ख़ातिगुड़ा डेम (जलाशय) का जलस्तर बढ़ने से डेम से पानी शुक्रवार रात को छोड़ने के संकेत मिले हैं। ख़ातिगुड़ा डेम से पानी छोड़ने से इन्द्रावती नदी के डाउन स्ट्रीम बस्तर में बाढ़ का खतरा बना हुआ है।
इस सम्बंध में इन्द्रावती नदी परियोजना मंडल नवरंगपुर (ओड़िशा) के अतिरिक्त मुख्य अभियंता ने 2 अक्टूबर को कलेक्टर बस्तर को ई-मेल के जरिये सूचना प्रेषित कर संभावित बाढ़ से निपटने आवश्यक तैयारी करने कहा है।
बस्तर कलेक्टर को भेजा गया संदेश
ख़ातिगुड़ा इन्द्रावती परियोजना के अतिरिक्त मुख्य अभियंता के ई-मेल संदेश में बस्तर कलेक्टर को जानकारी साझा करते कहा कि जलाशय (डेम) का स्तर 1 अक्टूबर की रात जलस्तर 640 मीटर पहुंच गया है। वर्तमान में डेम में पानी का प्रवाह 500 क्युमेक प्रति घण्टे की रफ्तार से वृद्धि हो रही है।
डेम का जलस्तर 642 मीटर फुलटेंक लेवल तक पहुंचने के लिए और 2575.157 क्युमेक पानी वृद्धि होने से डेम से अतिरिक्त पानी छोड़ना पड़ सकता है। नियमानुसार डेम का जलस्तर 641.50 मीटर पर बनाये रखना आवश्यक है। 2 अक्टूबर को जलाशय ने जलस्तर में वृद्धि होकर 640.20 मीटर तक पहुंच गया है,तथा जलस्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है।
असामान्य रूप से पानी का आना
इधर मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार वायुमंडल में एक अवदाब बना है। जिसके कारण इन्द्रावती नदी के ख़ातिगुड़ा डेम के कैचमेंट क्षेत्र में भारी बारिश हो रही है। बारिश के कारण डेम में जलाशय में पानी की आमद असमान्य रूप से वृद्धि हो रही है। इसे ध्यान में रखकर ख़ातिगुड़ा एवं मुरुम बांध से कभी भी पानी छोड़ा जा सकता है।
इन्द्रावती नदी पुराने पुल पर देर शाम जलस्तर 5.72 मीटर पहुंचा
ओड़िसा में हो रही भारी बारिश और इन्द्रावती नदी के ऊपर स्ट्रीम में स्थित ख़ातिगुड़ा डेम क्षेत्र ने भारी बारिश होने से जगदलपुर पुराने पुल साइट में शुक्रवार की शाम 5 बजे जलस्तर 5.91 मीटर तक जा पहुंचा। वैसे 8 मीटर के बाद बस्तर में बाढ़ का खतरा बन जाता है। इन्द्रावती नदी परियोजना मंडल के कार्यपालन अभियंता वेद पांडे ने बताया ख़ातिगुड़ा डेम से आज याने शुक्रवार की रात पानी छोड़ा जाएगा। पांडे के अनुसार डेम से 1500 क्युमेक अतिरिक्त पानी छोड़ने के संकेत है।
मुनादी कराई गई है : अपर कलेक्टर
इस संबंध में सीपी बघेल, अपर कलेक्टर बस्तर ने बताया कि, ख़ातिगुड़ा डेम से पानी छोड़ने बस्तर में बाढ़ के खतरे से बचाव के लिए सम्बंधित तहसील के तहसीलदारों को निर्देशित किया गया है। नदी तट के गांव में मुनादी कराई गई है। वैसे पानी 1500 क्युमेक पानी छोड़ने से बाढ़ का ज्यादा खतरा बस्तर में नही रहेगा। बाउजूद नदी तट के क्षेत्रों में सघन निगरानी के लिए पटवारी-राजस्व निरीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है।