जेंडर सखी और पुलिस की पहल: बुदेली में नशा मुक्ति अभियान की हुई शुरुआत, ग्रामीणों को किया गया जागरूक
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले की पुलिस लगातार नशा मुक्त समाज के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
बुदेली गॉव में नशा मुक्त समाज के लिए चलाया अभियान
देवराज दीपक - सारंगढ़। छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़जिले की पुलिस लगातार नशा मुक्त समाज के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी दौरान ग्राम बुदेली में महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा व नशा मुक्त समाज की दिशा में एक सशक्त अभियान की शुरुआत हुई। जेंडर सखी संतोषी रात्रे की पहल पर नशा मुक्ति, महिला उत्पीड़न रोकथाम और घरेलू हिंसा के खिलाफ जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें बरमकेला पुलिस टीम ने सक्रिय भूमिका निभाई।
एक साथ मिलकर नशा को करना है खत्म
जेंडर सखी संतोषी रात्रे ने ग्रामीणों व विशेषकर महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि, महिलाओं को अब चुप रहने की आवश्यकता नहीं, अधिकारों की आवाज बुलंद करने की जरूरत है। जो भी महिला हिंसा या उत्पीड़न की शिकार है, वह तुरंत शिकायत करें। हम हर पीड़ित बहन के साथ खड़े हैं। नशा परिवार और समाज दोनों को खत्म कर देता है। इसलिए हमें मिलकर गांव को नशामुक्त बनाना है। अगर महिला सशक्त होगी तभी समाज सशक्त होगा।
महिलाओं का सम्मान करें, हिंसा को जड़ से करें खत्म
प्रधान आरक्षक भुवनेश्वर पंडा ने कहा कि, महिलाओं का सम्मान करना हर नागरिक का धर्म है। यदि आसपास किसी महिला के साथ उत्पीड़न हो रहा है तो उसे रोकना और पुलिस को जानकारी देना सबकी जिम्मेदारी है। बरमकेला पुलिस हमेशा जनहित में सदैव तत्पर है। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं और ग्रामीण उपस्थित रहे। सभी ने हिंसा व नशा मुक्त समाज के निर्माण में सहयोग करने का संकल्प लिया। अंत में जेंडर सखी के नेतृत्व में नारा गूंजा। नशा छोड़ें - महिलाओं का सम्मान करें, हिंसा को जड़ से खत्म करें।
ये लोग रहे मौजूद
बरमकेला ब्लॉक के बुदेली गांव से उठी यह जागरूकता की अलख निश्चित ही समाज में सकारात्मक परिवर्तन की नई राह बनाएगी। इस मौके पर थाना प्रभारी ए के बेक, भुवनेश्वर पंडा प्रधान आरक्षक, लीलावती, कन्हैया चौहान, चतुर्भुज डनसेना सरपंच ग्राम पंचायत बुदेली व बिहान से जुडी महिलाए संतोषी रात्रे जेन्डर सखी,चमेली जांगड़े पीआरपी, चुन्नी साहू पीआरपी, धनेश्वरी जांगड़े पीआरपी,शुशीला चौहान आरबीके,मोगरा पटेल, रजनी पटेल, फूलबाई चौहान, मांगमती निषाद, उमा साहू, सुलोचना चौहान, अंजना चौहान, लूनिया ओगरे,अंजलि पाढ़ी,यशोधरा पटेल, रमुला चौहान, सहोद्रा सिदार, मालती साहू एवं सभी ग्रामीण महिला उपस्थित रहे थे।