सुकमा पहुंची NDMA की टीम: बाढ़ के बाद राहत और बचाव कार्यों का लिया जायजा, जरूरी चीजों की पूर्ति के दिए निर्देश
सुकमा जिले में बाढ़ के बाद राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) की टीम ने दौरा किया। इस दौरान राहत एवं बचाव कार्यों की स्थिति का जायजा लिया।
निरिक्षण करते हुए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की टीम
लीलाधर राठी- सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में अगस्त महीने में बारिश और बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी। जिसके कारण अभी भी अव्यवस्था देखने को मिल रही है। इसी बीच राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के संयुक्त सचिव एस. राकेश कुमार अपनी टीम के साथ सोमवार को सुकमा पहुँचे। इस दौरान उन्होंने आपदा के बाद राहत एवं बचाव कार्यों की स्थिति का जायजा लिया।
टीम ने कुन्ना-मिचवार और झापरा पुलिस कैम्प सहित बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम के सदस्यों ने जिला प्रशासन, पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा किए जा रहे त्वरित प्रबंधन और बेहतर इंतज़ामों की सराहना की। साथ ही जरूरी चीजों की पूर्ति के लिए अधिकारियों निर्देश दिए। जिससे ग्रामीणों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।
मदद का दिया भरोसा
संयुक्त सचिव कुमार ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि, प्रभावित परिवारों तक समय पर राहत सामग्री पहुँचे। उन्होंने विशेष रूप से स्वच्छ पेयजल, स्वास्थ्य सुविधाएँ, अस्थायी आवास और खाद्यान्न आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने पर बल दिया। टीम ने ग्रामीणों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएँ जानीं और प्रशासनिक स्तर पर उनके निराकरण का भरोसा दिलाया।
बाढ़ ने मचाई थी तबाही
पिछले महीने आई बाढ़ ने सुकमा जिले में भारी तबाही मचाई थी। जिसके कारण पुल, सड़क से लेकर मकान तक बह गए। इस आपदा से जनता के साथ सरकार को भी भारी नुकसान झेलना पड़ा है। स्थानीय प्रशासन की टीम लगातार राहत और बचाओ कार्यों में जुटी हुई है। आपदा प्रभावित लोगों को लोगों को जरूरी चीजों से लेकर अस्थायी आवास उपलब्ध कराये जा रहे हैं। आकलन के अनुसार, क्षतिग्रस्त हुए सड़कों और पुलों की मरम्मत के लिए 19 करोड़ 2 लाख 70 हजार रुपए खर्च किए जाएंगे।