राज्य अलंकरण समारोह: बलौदाबाजार के किसान वामन टिकरिहा डॉ. खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार से होंगे सम्मानित

राज्य अलंकरण समारोह में बलौदाबाजार के किसान वामन टिकरिहा का चयन राज्य स्तरीय 'डॉ. खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार' के लिए चयनित किया गया है।

Updated On 2025-11-05 14:58:00 IST

किसान वामन टिकरिहा अपने परिवार के साथ 

कुश अग्रवाल- बलौदाबाजार। राज्योत्सव रजत जयंती महोत्सव के समापन पर राज्य अलंकरण समारोह में 15 विशिष्टजनों को सम्मानित किया जाएगा। इसी कड़ी में बलौदाबाजार जिले के किसान वामन टिकरिहा का चयन राज्य स्तरीय 'डॉ. खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार' के लिए चयनित किया गया है। राज्योत्सव के समापन समारोह में उपराष्ट्रपति के हाथों से उन्हें सम्मानित किया जाएगा।

कृषक वामन टिकरिहा द्वारा कुल 18.50 हेक्टेयर रकबे में आधुनिक व बहुआयामी खेती की जा रही है। खरीफ में वे सुगंधित धान की उन्नत किस्में- देवभोग, जंवाफूल, एचएमटी, चिंटू आदि की खेती करते हैं। जबकि, रबी में गेहूं, चना, सरसों और अलसी की फसलें लेते हैं। उद्यानिकी क्षेत्र में उन्होंने 1 हेक्टेयर में अमरूद, नींबू, अदरक, जिमीकंद, आम, बेर और करौंदा की व्यवसायिक खेती विकसित की है। विशेष रूप से उनके खेत में बेर की 8 उन्नतशील किस्में, अमरूद की 5 और करौंदा की 2 किस्में लगी हुई हैं। 


मछली- पशुपालन और जैविक खेती में हैं सक्रीय
कृषक टिकरिहा मछली पालन, पशुपालन और जैविक खेती के क्षेत्र में भी सक्रिय हैं। स्वयं के तालाब में वे रोहू, कतला सहित विभिन्न मछलियों का पालन करते हैं। साथ ही 5 गाय, 10 बकरी और 10 बत्तख से अतिरिक्त आय प्राप्त करते हैं। खेतों की मेड़ों पर अरहर और तिल जैसी फसलों की खेती भी करते हैं। विशेष उपलब्धि के रूप में वे अलसी बीज उत्पादन के साथ उसके डंठलों से लिनेन रेशा निकालकर बेमेतरा जिले में विक्रय करते हैं। जिससे अतिरिक्त लाभ प्राप्त हो रहा है। वे 'माँ लक्ष्मी जैविक कृषक समूह' के माध्यम से गौ-आधारित प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित कर रहे हैं। घर पर ही जीवामृत, घनजीवामृत, नीमास्त्र, ब्रह्मास्त्र और अग्न्यास्त्र जैसे जैविक उत्पाद तैयार करते हैं। इससे लागत में कमी के साथ पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान मिलता है।

कई पुरुष्कारों से हो चुके हैं सम्मानित
वामन टिकरिहा को पूर्व में रायपुर फल एवं पुष्प प्रदर्शनी में बेर उत्पादन में प्रथम व द्वितीय पुरस्कार और मिर्ची उत्पादन में द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। उन्होंने राष्ट्रीय आम महोत्सव रायपुर में भी आम एवं आम उत्पादों की प्रदर्शनी में भाग लिया है। राज्य स्तरीय 'डॉ. खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार' के लिए चयनित होने और उपराष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होने की घोषणा से पूरे जिले के किसानों में गर्व और उत्साह का माहौल है।

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