लोरमी में हाथियों की आमद: बैगा आदिवासी परिवारों के घरों को किया तहस- नहस, जान बचाकर भागे ग्रामीण
लोरमी में हाथियों के दल ने बैगा आदिवासी परिवारों के घरों को तहस- नहस कर दिया। इस दौरान हाथियों ने घरों में रखे अनाज, खाद्यान्न और कई दस्तावेज तक को रौंद डाला।
हाथियों के दल ने बैगा आदिवासी परिवारों के घरों को किया तहस- नहस
राहुल यादव- लोरमी। छत्तीसगढ़ के लोरमी में हाथियों के झुंड ने आतंक मचा रखा है। यहां के अचानकमार टाइगर रिजर्व से भटके हाथियों के एक बड़े दल ने बुधवार देर रात वनग्राम बम्हनी में जमकर तांडव मचाया। इस दौरान हाथियों ने वहां निवासरत बैगा आदिवासी परिवारों के घरों को तहस- नहस कर दिया। वहीं हाथियों की आमद से लोगों में दहशत का माहौल है।
स्थानीय निवासियों के अनुसार हाथियों ने संत राम बैगा और सुखराम बैगा के घरों को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया। घरों में रखे अनाज, खाद्यान्न और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज हाथियों ने रौंद डाले। हाथियों की तेज चिंघाड़ और कोलाहल सुनकर परिवारजन जान बचाकर घरों से बाहर भागे।घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है।
हाथियों की आवाजाही से ग्रामीणों में भय
बैगा समाज के लोग, जिन्हें 'राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र' कहा जाता है, ने शासन–प्रशासन से तत्काल सर्वे कर मुआवजे की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि, लगातार हाथियों की आवाजाही से वनग्रामों में भय का वातावरण बना हुआ है और वन विभाग को जल्द ठोस कदम उठाने चाहिए।