कलेक्ट्रेट पहुंचे चिरमी के सैकड़ों ग्रामीण: रेत खदान को निजी कंपनी को सौंपने का किया विरोध, बोले- बहरी लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा
चिरमी में रेत खदान को निजी एजेंसी को दिए जाने पर ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर विरोध किया। उनका कहना है कि, स्थानीय लोगों की अनदेखी कर बाहरी को लाभ पहुंचाया जा रहा है।
कलेक्ट्रेट पहुंचे चिरमी के सैकड़ों ग्रामीण
कमालुद्दीन अंसारी- कोरिया। कोरिया जिले के बैकुंठपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत चिरमी में रेत खदान टेंडर को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। ग्राम पंचायत की सहमति के बिना रेत खदान का अधिकार निजी एजेंसी को दिए जाने पर सैकड़ों ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां पर उन्होंने खदान का जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
ग्राम पंचायत चिरमी के सरपंच विवेक कुमार मरावी ने जिला खनिज अधिकारी को पत्र लिखकर इस पूरे मामले पर गंभीर आपत्ति जताई है। सरपंच और ग्रामीणों का आरोप है कि चिरमी गेज नदी रेत खदान का टेंडर पंचायत को बताए बिना बाहरी निजी एजेंसी मा दुर्गा लेबर एंड सिक्योरिटी सर्विस को दे दिया गया। इसकी जानकारी ग्रामीणों को सोशल मीडिया और स्थानीय लोगों के माध्यम से मिली, जिसके बाद पूरे गांव में नाराज़गी फ़ैल गई। सरपंच, पंचगण और ग्रामीणों ने मिलकर टेंडर प्रक्रिया को तुरंत रोकने की मांग उठाई है।
बाहरी लोगों को लाभ पहुँचाने का लगाया आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि, पंचायत को पूरी तरह दरकिनार कर बाहरी लोगों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई है, जो स्वीकार्य नहीं है। ग्राम पंचायत चिरमी ने जिला खनिज अधिकारी से तत्काल मौजूदा टेंडर निरस्त करने और रेत खदान संचालन का अधिकार ग्राम पंचायत को ही सौंपने की मांग की है। पंचायत का कहना है कि स्थानीय संसाधनों पर पहला हक ग्रामीणों का है, इसलिए टेंडर का निर्णय भी पंचायत की सहमति से होना चाहिए।