अचानक हनुमान मंदिर पहुंचे अमित शाह: मंत्रालय स्टाफ पर आने लगे संकट तब बनवाया गया था

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को मंत्रालय के गेट नंबर चार के पास स्थित मंदिर में अमित शाह ने संकट मोचन हनुमान के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।

Updated On 2025-12-14 08:37:00 IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को हनुमानजी का दर्शन करने मंदिर पहुंचे। मंत्रालय के गेट नंबर चार के पास स्थित मंदिर में अमित शाह ने संकट मोचन हनुमान के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। मंत्रालय परिसर में मंदिर का निर्माण वर्ष 2018 में कराया गया था। 31 जुलाई 2018 को यहां हनुमानजी की प्राण-प्रतिष्ठा की गई। तब से अब तक मंत्रालय के अधिकारी-कर्मचारी यहां दर्शन के लिए आते रहे।

मंत्रालय के अधिकारी-कर्मचारियों की आस्था संकट मोचन हनुमान जी के मंदिर के रूप में यहां से जुड़ी रही है। इसकी वजह भी बेहद दिलचस्प और खास है। शनिवार सुबह 9.30 बजे अचानक मंदिर के पुजारियों और सेवादारों को अमित शाह के मंदिर पहुंचने की सूचना मिली। इसके बाद मंदिर में पूजा अर्चना की तैयारी की गई। कुछ देर में सुरक्षाबलों के अफसर भी पहुंच गए। बीडीएस और डॉग स्क्वायड की टीम ने सुरक्षा जांच की। सीएम और डिप्टी सीएम के साथ दो घंटे की मैराथन बैठक के बाद अमित शाह हनुमान मंदिर पहुंचे। गृहमंत्री और मुख्यमंत्री लगभग 10 मिनट हनुमान मंदिर में मौजूद रहे।

हादसे होते थे, दिनभर एंबुलेंस खड़ी होती थी, तब बनवाया मंदिर
मंत्रालय के नवा रायपुर स्थित महानदी भवन में शिफ्ट होने के बाद कर्मचारियों के साथ अप्रिय घटनाएं घट रही थी। मंत्रालय कर्मचारी संघ के पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र सिंह राजपूत बताते हैं, कभी मंत्रालय कर्मचारी वाहन दुर्घटना का शिकार हो जाते थे। कभी अचानक मंत्रालय के भीतर कर्मचारियों की तबीयत बिगड़ जाती थी। इन घटनाओं में कुछ कर्मचारियों की मौत भी हो गई। एक समय ऐसा भी आया जब मंत्रालय परिसर में कार्यालयीन समय पर एंबुलेंस खड़ी रखनी पड़ती थी। तब कर्मचारियों ने संकटमोचन हनुमान मंदिर के निर्माण की पहल शुरू की। 31 जुलाई 2018 को मंदिर में हनुमानजी की प्राण प्रतिष्ठा कराई गई।

आरपी मंडल की रही अहम भूमिका
मंदिर के पुजारी पं. हरिप्रसाद तिवारी बताते हैं, निर्माण की पहल और प्रक्रिया में तत्कालीन मुख्य सचिव आरपी मंडल की अहम भूमिका रही। उन्होंने जमीन आवंटन से लेकर मंदिर निर्माण में सहयोग किया। मंदिर बनने के बाद भी आरपी मंडल लगातार दर्शन के लिए पहुंचते रहे। जबकि मंत्रालय के अधिकारी कर्मचारी हर मंगलवार और शनिवार को यहां दर्शन के लिए आते हैं। विशेष अवसरों पर मंदिर में भंडारा और हनुमान चालीसा महापाठ का आयोजन भी किया जाता है।

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