Vaibhav Suryavanshi: 9 चौके...8 छक्के, ऑस्ट्रेलिया में भी वैभव का धूम धड़ाका, 78 गेंद में शतक ठोक रचा इतिहास
Vaibhav Suryavanshi fastest century: 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने ऑस्ट्रेलिया में यूथ टेस्ट का सबसे तेज शतक ठोका है। 78 गेंदों में शतक जड़कर आयुष म्हात्रे के बाद बने दूसरे सबसे तेज शतकवीर।
वैभव सूर्यवंशी को रणजी ट्रॉफी के लिए बिहार का उपकप्तान बनाया गया है।
Vaibhav Suryavanshi fastest century: भारतीय क्रिकेट का नया सनसनीखेज नाम बन चुके वैभव सूर्यवंशी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। महज 14 साल की उम्र में उन्होंने रिकॉर्ड तोड़ शतक जड़कर इतिहास रच दिया। ब्रिस्बेन के इयान हीली ओवल मैदान पर खेले जा रहे भारत और ऑस्ट्रेलिया की अंडर-19 के बीच पहले यूथ टेस्ट के दूसरे दिन वैभव ने 78 गेंदों में शतक ठोका।
ओपनिंग करते हुए वैभव सूर्यवंशी ने 113 रन (86 गेंद, 9 चौके, 8 छक्के) की पारी खेली और भारत को मजबूत शुरुआत दिलाई। उन्होंने लगातार चौका और छक्का लगाकर 78 गेंदों में शतक पूरा किया। यह यूथ टेस्ट इतिहास का दूसरा सबसे तेज शतक है। उनसे आगे सिर्फ उनके कप्तान आयुष म्हात्रे हैं, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ इसी साल जुलाई में 64 गेंदों में शतक ठोका था।
ऑस्ट्रेलिया में वैभव का सबसे तेज शतक
वैभव का यह शतक ऑस्ट्रेलिया की धरती पर यूथ टेस्ट में सबसे तेज शतक भी है। इससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के लियाम ब्लैकफोर्ड के नाम था, जिन्होंने जनवरी 2023 में इंग्लैंड के खिलाफ 124 गेंदों में शतक ठोका था।
सबसे कम उम्र में शतक का रिकॉर्ड
वैभव सूर्यवंशी ने एक और खास उपलब्धि हासिल की। 14 साल और 188 दिन की उम्र में उन्होंने यूथ टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया में शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बनकर नया रिकॉर्ड बना दिया।
पहले भी रच चुके इतिहास
इससे पहले जुलाई में इंग्लैंड दौरे पर उन्होंने 15 साल से पहले यूथ टेस्ट में अर्धशतक और विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया था। यह रिकॉर्ड उनसे पहले बांग्लादेश के मेहदी हसन मिराज के नाम था, जिन्होंने 15 साल 167 दिन की उम्र में यह कारनामा किया था। वैभव ने न्यूज़ीलैंड के दिग्गज ब्रेंडन मैकुलम की बराबरी भी कर ली है। उन्होंने अंडर-19 टेस्ट में 100 गेंदों से कम में दो शतक जड़े हैं।
IPL में भी मचाया था धमाल
वैभव सूर्यवंशी आईपीएल में भी सुर्खियों में रह चुके हैं। इसी साल उन्होंने सिर्फ 35 गेंदों में शतक जड़ा था। यह किसी भारतीय बल्लेबाज का सबसे तेज और टूर्नामेंट के इतिहास का दूसरा सबसे तेज शतक है।