asia cup 2025: दुबई में टूटा संजू का दिल, अलग-थलग पेड़ के नीचे बैठे रहे, गंभीर ने अकेले में की बात

Asia Cup 2025: एशिया 2025 में यूएई के खिलाफ मैच से पहले प्रैक्टिस सेशन में जब बाकी बैटर अभ्यास कर रहे थे, तब संजू सैमसन मैदान के बाहर पेड़ के नीचे अकेले बैठे थे। बाद में गौतम गंभीर ने भी उनसे अलग से बात की।

Updated On 2025-09-09 09:27:00 IST

संजू सैमसन का एशिया कप के पहले मैच में खेलना मुश्किल लग रहा। 

Asia Cup 2025: भारतीय टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन इन दिनों मुश्किल दौर से गुजर रहे। उनकी जगह भारतीय टी20 टीम की प्लेइंग इलेवन में पक्की होगी या नहीं, इसे लेकर अभी भी संशय बना हुआ। टीम मैनेजमेंट बल्लेबाजी ऑलराउंडर्स पर ज्यादा भरोसा दिखा रहा और यही बात सैमसन के लिए चिंता बढ़ा रही।

दुबई स्थित आईसीसी क्रिकेट एकेडमी में हुए शाम के प्रैक्टिस सेशन में सैमसन सबसे पहले विकेटकीपिंग ड्रिल्स के लिए उतरे। उन्होंने फील्डिंग कोच टी. दिलीप के साथ शानदार ट्रेनिंग की और दाईं ओर डाइव लगाकर एक बेहतरीन कैच भी पकड़ा, जिसकी सबने तारीफ की। इसके बाद हेड कोच गौतम गंभीर उनके पास आए और करीब 3 मिनट तक बातचीत की। माना जा रहा है कि गंभीर की चिंता सैमसन की बैटिंग को लेकर ज्यादा थी, न कि उनकी कीपिंग परफॉर्मेंस को लेकर।

जितेश शर्मा पर दिखा भरोसा

इसी दौरान आरसीबी के विकेटकीपर-बल्लेबाज जितेश शर्मा आत्मविश्वास से भरे नजर आए। जैसे ही बैटिंग सेशन शुरू हुआ, उन्हें शिवम दुबे, तिलक वर्मा और हार्दिक पांड्या के साथ बल्लेबाजी का मौका मिला। ये सभी मिडिल ऑर्डर हिटर हैं और बार-बार बल्लेबाजी करने का मौका उन्हें दिया गया।

सबसे चौंकाने वाला पल तब आया जब सैमसन पैड्स पहनकर मैदान पर लौटे लेकिन उन्हें बल्लेबाजी के लिए नहीं बुलाया गया। वह अकेले क्लब हाउस के पास एक पाम ट्री के पीछे बैठ गए। इसके बाद भी उपकप्तान शुभमन गिल, कप्तान सूर्यकुमार यादव और अभिषेक शर्मा ने एक से ज्यादा बार बैटिंग की, लेकिन सैमसन का नंबर नहीं आया।

आइस बॉक्स पर बैठे रहे सैमसन

बाद में सैमसन नेट्स के पास लौटे लेकिन साफ हो गया कि उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिलेगा। वह आइस बॉक्स पर बैठकर बाकी खिलाड़ियों को खेलते देखते रहे। दूसरी ओर, शिवम दुबे ने बल्लेबाजी के बाद गेंदबाजी भी की और फिर से पैड्स पहनकर बैटिंग करने उतर गए। सत्र के अंत में जब सबने अभ्यास खत्म कर दिया, तभी सैमसन को मौका मिला। लेकिन पहली ही छोटी गेंद को वह सही से खेल नहीं पाए और शॉट मिस टाइम कर बैठे। यह नजारा उनके दिन का पूरा हाल बयान कर गया।

रिंकू सिंह का भी खेलना पक्का नहीं

सिर्फ सैमसन ही नहीं, बल्कि रिंकू सिंह भी नेट्स में पैड्स पहनकर नहीं उतरे। हालांकि आखिर में उन्होंने हल्के-फुल्के थ्रोडाउन जरूर लिए, लेकिन यह संकेत साफ था कि उनकी जगह भी टीम में पक्की नहीं है।

गंभीर की रणनीति साफ नजर आई कि वो ज्यादा बल्लेबाजी गहराई और ऑलराउंडर्स पर भरोसा कर रहे। यही वजह है कि जितेश शर्मा को फिनिशर के तौर पर तैयार किया जा रहा, जिससे शिवम दुबे जैसे बड़े हिटर को भी टीम में बनाए रखा जा सके।

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