DPL 2025-26: मैच से पहले दिग्गज को पड़ा दिल का दौरा, मैदान में ही दिया गया CPR, अस्पताल में मौत
Mahbub Ali Zaki: बांग्लादेश प्रीमियर लीग 2025-26 में बड़ी घटना घट गई। मैच से पहले ही ढाका कैपिटल्स के असिस्टेंट कोच महबूब अली जकी की तबीयत अचानक खराब हो गई, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका निधन हो गया।
ढाका कैपिटल्स के असिस्टेंट कोच महबूब अली जकी की मैदान पर ही दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
Mahbub Ali Zaki Died: बांग्लादेश प्रीमियर लीग के तीसरे मुकाबले से पहले बड़ी घटना घट गई। ढाका कैपिटल्स के असिस्टेंट कोच महबूब अली जकी की मैदान पर ही तबीयत बिगड़ गई और वो गश खाकर नीचे गिर पड़े। ये घटना सिलहट में राजशाही वॉरियर्स और ढाका कैपिटल्स के मैच से पहले हुई। इसके बाद आनन-फानन में उन्हें मैदान पर ही सीपीआर दिया गया लेकिन हालात ज्यादा खराब होने की वजह से उन्हें फौरन एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
एक आधिकारिक बयान में, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने कन्फर्म किया कि ज़की का सिलहट में निधन हो गया। उनके इस चौंकाने वाले निधन से बांग्लादेश क्रिकेट कम्युनिटी गहरे सदमे और शोक में है, क्योंकि उन्होंने युवा गेंदबाजों को तैयार करने और पेस रिसोर्स को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई थी।
एक्स पर जारी बीसीबी के बयान में कहा गया है, "बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड, बीसीबी खेल विकास विभाग के विशेषज्ञ तेज गेंदबाजी कोच और बांग्लादेश प्रीमियर लीग (बीपीएल) 2026 में ढाका कैपिटल्स के सहायक कोच महबूब अली जकी (59) के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करता है।"
कौन थे महबूब अली ज़की?
बॉलिंग मैकेनिक्स और रिहैबिलिटेशन में गहरी जानकारी रखने के लिए मशहूर महबूब अली ज़की ने बांग्लादेश के पेस बॉलिंग टैलेंट को तराशने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने कई अहम पदों पर काम किया, जिसमें बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड में नेशनल स्पेशलिस्ट बॉलिंग कोच, मीरपुर में नेशनल क्रिकेट एकेडमी में काम करना और बांग्लादेश अंडर-19 टीम के बॉलिंग कोच के तौर पर काम करना शामिल है, जिसने 2020 आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था।
BPL में, उन्होंने 2017 में नूरुल आबेदीन के साथ चटगांव वाइकिंग्स के असिस्टेंट कोच के तौर पर काम किया और 2025 में ढाका कैपिटल्स में शामिल हुए। ज़की बॉलिंग एक्शन रिव्यू कमेटी में भी योगदान देते थे, जिससे घरेलू क्रिकेट में संदिग्ध बॉलिंग एक्शन की पहचान करने और उन्हें ठीक करने में मदद मिली थी।
तस्कीन अहमद के बॉलिंग एक्शन को जब आईसीसी ने अवैध घोषित किया था, तब उसमें महबूब अली ने ही सुधार करवाया था। उन्होंने बतौर मेंटर तस्कीन की वापसी में बड़ा रोल निभाया था और उन्होंने अंडर-15 के दिनों से ही तस्कीन के पर्सनल मेंटर के तौर पर काम किया था। उन्होंने अंडर-19 प्रोग्राम के साथ शोरिफुल इस्लाम को एक मीडियम-पेसर से फास्ट बॉलर भी बनाया।
पिछले सीज़न से BPL में ढाका कैपिटल्स के लिए चल रही चुनौतियों के बीच, उनका नाम इंटरनल मैच-फिक्सिंग और स्पॉट-फिक्सिंग जांच में सामने आया था। इस घटना ने फ्रेंचाइजी की मुश्किलें और बढ़ा दी थीं।