Gautam Gambhir: गौतम गंभीर की टेस्ट टीम के कोच पद से होगी छुट्टी? BCCI ने दिग्गज से साधा संपर्क
Gautam gambhir team india coach: दक्षिण अफ्रीका से घर में टेस्ट सीरीज हारने के बाद बीसीसीआई ने वीवीएस लक्ष्मण से टेस्ट कोच को लेकर अनौपचारिक बात की थी। हालांकि, लक्ष्मण ने टेस्ट कोच बनने में रुचि नहीं दिखाई। टी20 वर्ल्ड कप के बाद गौतम गंभीर के भविष्य पर फैसला संभव।
गौतम गंभीर की टेस्ट टीम के कोच पद से छुट्टी हो सकती है?
Gautam gambhir team india coach: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के गलियारों में एक बार फिर टेस्ट टीम के कोच को लेकर हलचल तेज हो गई। वजह है हाल ही में घर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिली टेस्ट सीरीज में हार। इसी के बाद बोर्ड के एक प्रभावशाली पदाधिकारी ने पूर्व बैटर वीवीएस लक्ष्मण से अनौपचारिक तौर पर संपर्क कर यह जानने की कोशिश की थी कि क्या वह भारतीय टेस्ट टीम के कोच की भूमिका निभाने में रुचि रखते हैं। यह कवायद मौजूदा कोच गौतम गंभीर के विकल्प के तौर पर मानी जा रही।
हालांकि, सूत्रों के मुताबिक वीवीएस लक्ष्मण इस प्रस्ताव में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। वह फिलहाल बेंगलुरु स्थित बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में हेड ऑफ क्रिकेट की भूमिका से संतुष्ट हैं और वहीं काम जारी रखना चाहते।
गौतम गंभीर का रिकॉर्ड सीमित ओवर में शानदार रहा। उनके कार्यकाल में भारत ने एक आईसीसी और एक एसीसी ट्रॉफी जीती है। लेकिन टेस्ट क्रिकेट में तस्वीर अलग है। SENA देशों के खिलाफ 10 टेस्ट हार ने उनकी रेड बॉल कोचिंग पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यही वजह है कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 के बचे हुए 9 टेस्ट के लिए गंभीर की भूमिका पर बीसीसीआई अभी पूरी तरह आश्वस्त नहीं। हालांकि गंभीर का कॉन्ट्रैक्ट 2027 वनडे वर्ल्ड कप तक है, लेकिन यह पूरी तरह तय नहीं माना जा रहा।
सूत्रों का कहना है कि आने वाले टी20 वर्ल्ड कप में भारत का प्रदर्शन अहम भूमिका निभाएगा। अगर टीम खिताब बचाने में कामयाब रहती या फाइनल तक पहुंचती है, तो गंभीर का भविष्य सुरक्षित माना जा सकता है।
बीसीसीआई सूत्रों के अनुसार, "गंभीर को बोर्ड के ताकतवर गलियारों का समर्थन हासिल है। लेकिन टेस्ट टीम में उनकी भूमिका को लेकर अभी फैसला नहीं हुआ है। लक्ष्मण उपलब्ध नहीं हैं और रेड बॉल फॉर्मेट में विकल्प भी सीमित हैं।"
इस बीच टीम के अंदरूनी माहौल को लेकर भी चर्चाएं हैं। बताया जा रहा है कि गंभीर के दौर में कई खिलाड़ी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, जबकि राहुल द्रविड़ के समय भूमिकाएं साफ थीं और खिलाड़ियों को लंबी मोहलत मिलती थी।
शुभमन गिल का टी20 वर्ल्ड कप टीम से बाहर होना भी इसी सोच का उदाहरण माना जा रहा। इससे खिलाड़ियों के बीच यह संदेश गया है कि अगर भविष्य का स्टार सुरक्षित नहीं है, तो किसी की भी बारी आ सकती है।
टी20 वर्ल्ड कप के बाद आईपीएल के दो महीने बीसीसीआई को सोचने का वक्त देंगे। इसी दौरान यह तय हो सकता है कि स्प्लिट कोचिंग मॉडल अपनाया जाए या एक ही कोच सभी फॉर्मेट संभाले। आने वाले दो महीने गंभीर के लिए बेहद अहम माने जा रहे।