Neem Karoli Baba: बच्चों का सर्वांगीण विकास करेगी नीम करोली बाबा की ये 5 सीखें, जीवन में कभी नहीं होगी हार

आधुनिक भारत के महान संत नीम करोली बाबा ने अपना जीवन बेहद सादगी से व्यतीत किया। हनुमान जी के विशेष भक्त रहे नीम करोली बाबा वो है, जिन्होंने महज 17 साल की उम्र में ही परम

By :  Desk
Updated On 2025-01-17 08:15:00 IST
बाबा नीम करोली कहा करते थे कि, बच्चों को अपनी नियमित दिनचर्या का पालन करना चाहिए।

Neem Karoli Baba Habits: आधुनिक भारत के महान संत नीम करोली बाबा ने अपना जीवन बेहद सादगी से व्यतीत किया। हनुमान जी के विशेष भक्त रहे नीम करोली बाबा वो है, जिन्होंने महज 17 साल की उम्र में ही परम ज्ञान की प्राप्ति कर ली थी। जिसके बाद उन्होंने उत्तराखंड में कैंची धाम की स्थापना की और अपने जीवनकाल के दौरान कई हनुमान मंदिरों का भी निर्माण करवाया। साथ ही बाबा नीम करोली ने जनमानस को सफल जीवन के लिए कई अच्छी बातें भी सिखाने का काम किया। यहां हम नीम करोली बाबा द्वारा सिखाई गई उन 5 बातों को बता रहे है, जिन्हें बच्चे जीवन में उतार लें तो सफल हो सकते है। 

बच्चों के लिए नीम करोली बाबा की 5 सीख
(5 lessons of Neem Karoli Baba for children) 

  • - नीम करोली बाबा कहते थे कि, बच्चों को अपने दिन की शुरुआत ईश्वर की प्रार्थना से करनी चाहिए। उन्हें प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर प्रार्थना या मंत्र पढ़ने की आदत अपनानी चाहिए, ताकि इससे वे अपने मन को शांत और ऊर्जावान बना सके। 
  • -  बाबा नीम करोली कहा करते थे कि, बच्चों को अपनी नियमित दिनचर्या का पालन करना चाहिए। उन्हें समय पर उठना, समय पर सोना, समय पर नहाना, समय पर खाना-पीना आदि चीजों को संतुलित करना आना चाहिए। अगर वह ऐसा कर लेते हैं तो उन्हें जीवन में समय का सदुपयोग करना आ जाएगा। 
  • - बच्चों को हमेशा असहायों और जरूरतमंदों की सेवा करने की आदत बना लेनी चाहिए। दूसरों की मदद करने की भावना मन में होने से वह किसी का भी अहित नहीं करेंगे। नीम करोली बाबा कहते हैं, बच्चों में इस तरह की आदत उनमे दयालुता और करुणा का विकास करती है। 
  • - नीम करोली बाबा स्वयं हमेशा ध्यान और योग किया करते थे। इसलिए वे कहते थे कि, बच्चों को शुरुआत से अपने जीवन में ध्यान और योग को शामिल कर लेना चाहिए। प्रतिदन 5 से 10 मिनट का ध्यान अथवा योग स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन के लिए आवश्यक है। इससे एकाग्रता भी बढ़ती है। 
  • - नीम करोली बाबा कहते थे कि, बच्चों को कहानियों के माधयम से नैतिक शिक्षा देना चाहिए। इसलिए पेरेंट्स को अपने बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए रामचरितमानस, रामायण, महाभारत, पंचतंत्र या अन्य प्रेरणादायक कहानियों का उदाहरण पेश करना चहिये। यह आदत उनकी कल्पनाशक्ति को बढ़ाएगी। 

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।

Similar News