मानसून सत्र 2025: 'ऑपरेशन सिंदूर' पर महाबहस; राहुल की PM को चुनौती, बोले- दम है तो मोदी कहें कि सीजफायर पर ट्रम्प का दावा झूठा है
Parliament Monsoon Session 2025: संसद के मानसून सत्र का मंगलवार (29 जुलाई) को सातवां दिन है। लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर आज फिर बहस होगी। गृह मंत्री अमित शाह विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे।
Parliament Monsoon Session Tuesday 29th July 2025 Live Updates
Parliament Monsoon Session 2025: संसद के मानसून सत्र का मंगलवार (29 जुलाई) को सातवां दिन है। ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में चर्चा जारी है। गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और कहा कि पहलगाम के गुनहगारों को सेना ने ऑपरेशन महादेव में ठोक दिया है। उन्होंने कहा कि मारे गए आतंकियों के पाकिस्तानी होने के सबूत मिलने की जानकारी भी सदन में दी।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुरू की बहस
राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा जारी है। विपक्ष की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बहस की शुरुआत की। उन्होंने कहा- बीजेपी जब से सरकार में आई है। तब से 5 बार तो अकेले पहलगाम में ही आतंकी हमला हुआ है। गृहमंत्री बताएं इसके लिए कौन जिम्मेदार है, वह कुर्सी खाली करें। अगर कोई जिम्मेदार नहीं है तो पीएम जवाब दें।
रक्षा मंत्री राजनाथ ने शुरू की थी चर्चा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार (28 जुलाई) को दोपहर 2 बजे ऑपरेशन सिंदूर पर बहस की शुरुआत की थी। देर रात 12:52 बजे तक चर्चा चली। रक्षा मंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी। केंद्र सरकार की तरफ से राजनाथ के अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर, भाजपा सांसद बैजयंत पांडा, अनुराग ठाकुर, JDU सांसद ललन सिंह सहित कई नेताओं ने सरकार का पक्ष रखा।
विपक्षी नेताओं ने सरकार पर साधा निशाना
संसद में विपक्ष की ओर से बहस की शुरुआत कांग्रेस सांसद और लोकसभा में डिप्टी लीडर गौरव गोगोई ने की। उन्होंने रक्षा मंत्री पर तथ्यों से बचने और अस्पष्ट जवाब देने का आरोप लगाया। गोगोई ने तीखे सवालों के जरिए सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए और उसे जवाबदेह ठहराने की कोशिश की। उनके अलावा दीपेंद्र हुड्डा, प्रणीति शिंदे, एनसीपी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले, तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी समेत कई अन्य नेताओं ने भी सरकार को घेरते हुए तीखी आलोचना की।
ट्रम्प 26 बार कह चुके सीजफायर कराया
गोगोई ने कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति 26 बार कह चुके हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर करवाया। PM मोदी बताइए अगर पाकिस्तान अपने घुटने टेकने के लिए तैयार था, तो आपने किसके सामने सरेंडर किया।
मानसून सत्र 32 दिन चलेगा
संसद का मानसून सत्र 21 अगस्त तक चलेगा। 18 बैठकें होंगी, 15 से ज्यादा बिल पेश होंगे। स्वतंत्रता दिवस समारोह के कारण 13-14 अगस्त को संसद की कार्यवाही नहीं होगी। केंद्र सरकार मानसून सत्र में 8 नए बिल पेश करेगी, जबकि 7 लंबित बिलों पर चर्चा होगी। इनमें मणिपुर GST संशोधन बिल 2025, इनकम टैक्स बिल, नेशनल स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल जैसे विधेयक शामिल हैं।
लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ऑपरेशन सिंदूर पर बोल रहे हैं:
- राहुल गांधी ने राजनाथ सिंह के बयान पर नाराजगी जाहिर की।
- गांधी ने कहा कि भारत सरकार ने पाकिस्तान के सामने सरेंडर कर दिया। सरकार में लड़ाई के लिए इच्छाशक्ति नहीं थी। हमने 30 मिनट में सरेंडर कर दिए।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में दम है तो सदन में बोल दें कि डोनाल्ड ट्रंप का सीजफायर वाला बयान झूठा है।
- किसी भी देश ने पहलगाम हमले के लिए पाकिस्तान को दोषी नहीं ठहराया।
- पहलगाम हमले के पीछे जनरल असीम मुनीर था।
- पाकिस्तान के सेना अध्यक्ष को अमेरिकी राष्ट्रपति लंच के लिए आमंत्रित करते हैं।
- पाकिस्तान को चीन सूचना दे रहा है।
- एस जयशंकर चीन से डरे हुए हैं। चीन पाक सेना को अपडेट किया।
- पाकिस्तान और चीन का गठबंधन खतरनाक।
लोकसभा में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "कल रक्षा मंत्री एक घंटे तक बोले, इस दौरान उन्होंने आतंकवाद, देश की रक्षा और इतिहास का पाठ भी पढ़ाया। लेकिन एक बात छूट गई- यह हमला कैसे हुआ?" प्रियंका गांधी ने कहा, "वहां (बैसरन घाटी, पहलगाम में) एक भी सुरक्षाकर्मी क्यों मौजूद नहीं था? क्या नागरिकों की सुरक्षा प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी नहीं है?"
लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "30 अप्रैल को CCS की बैठक हुई थी, जिसमें सुरक्षाबलों को पूरी तरह से ऑपरेशनल आज़ादी दी गई थी। ऑपरेशन सिंदूर 7 मई को शुरू किया गया और 1:04 बजे से 1:24 बजे के बीच चलाया गया। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया। इस हमले में कोई भी पाकिस्तानी नागरिक नहीं मारा गया।" मंत्री अमित शाह ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारे सुरक्षाबलों ने 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया।"
लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष को कहा, "मुझे अपेक्षा थी कि जब वे पहलगाम आतंकवादियों के मारे जाने की खबर सुनेंगे तो खुश होंगे, लेकिन ऐसा लगता है कि वे इससे खुश नहीं हैं।" लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "कल वे (कांग्रेस) हमसे पूछ रहे थे कि आतंकवादी कहां से आए और इसके लिए कौन जिम्मेदार है। बेशक, यह हमारी जिम्मेदारी है क्योंकि हम सत्ता में हैं। मुझे बहुत दुख हुआ कि कल इस देश के पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम जी ने सवाल उठाया कि क्या सबूत है कि ये आतंकी पाकिस्तान से आए थे। वे क्या कहना चाहते हैं? किसे बचाना चाहते हैं? पाकिस्तान को बचाकर आपको क्या मिलेगा?"
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन महादेव पर कहा, "... ऑपरेशन महादेव में सुलेमान उर्फ फैजल... अफगान और जिबरान, ये तीनों आतंकवादी भारतीय सेना, CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान में मारे गए... सुलेमान लश्कर-ए-तैयबा का ए-श्रेणी का कमांडर था। अफगान लश्कर-ए-तैयबा का ए-श्रेणी का आतंकवादी था और जिबरान भी ए-ग्रेड का आतंकवादी था... बैसरन घाटी में जिन्होंने हमारे नागरिकों को मारा था, वह ये तीनों आतंकवादी थे और तीनों मारे गए।"
लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "कल के ऑपरेशन में तीनों आतंकवादी - सुलेमान, अफगान और जिबरान मारे गए। जो लोग उन्हें खाना पहुंचाते थे, उन्हें पहले ही हिरासत में ले लिया गया था। जब इन आतंकवादियों के शव श्रीनगर लाए गए, तो हमारी एजेंसियों द्वारा हिरासत में रखे गए लोगों ने उनकी पहचान की।"
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "एक संयुक्त ऑपरेशन महादेव में, भारतीय सेना, CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पहलगाम आतंकी हमले में शामिल तीन आतंकवादियों को मार गिराया है।"
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "पहलगाम में निर्दोष नागरिकों की जो नृशंस हत्या की गई, धर्म पूछकर उन्हें उनके परिवार के सामने मारा गया, बड़ी बर्बरता के साथ यह हत्याएं की गई, मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं और जो मारे गए हैं उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।" अमित शाह ने संसद में पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि की।
महुआ माजी का बयान
JMM सांसद महुआ माजी ने बिहार में जारी SIR पर कहा कि बिहार के बहुत से मजदूर देश के चारों ओर फैले हुए हैं। कई लोग अपने साथ कागजात नहीं रखते हैं और ऐसे में अगर हम बिना उनकी उपस्थिति के उन्हें मतदाता सूची से निकाल देंगे तो क्या वे इस देश के नागरिक नहीं रहेंगे? यही कारण है कि हम मांग कर रहे हैं कि उन लोगों को और समय दिया जाए और इसके बाद सूची जारी की जाए।
मकर द्वार पर विपक्ष ने किया प्रदर्शन
मंगलवार सुबह विपक्ष ने वोटर वेरिफिकेशन के मुद्दे को लेकर संसद के मकर द्वार के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। विपक्षी सांसद हाथ में पोस्टर लिए सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए।