प्रेस कॉन्फ्रेंस: ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना की शौर्य गाथा, DGMO की जुबानी; जानिए आतंक के 9 गढ़ और 100 आतंकियों को मिट्टी में कैसे मिलाया?
ऑपरेशन सिंदूर कितना कामयाब रहा? भारत ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी कैंप और आतंकवादियों को मिट्टी में कैसे मिलाया ? डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन सवालों के जवाब दिए।
DGMO on Operation Sindoor: पहलगाम आतंकी हमले के बाद चलाया गया ऑपरेशन सिंदूर कितना कामयाब रहा? भारत ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी कैंप और आतंकवादियों को मिट्टी में कैसे मिलाया ? ऐसे कई सवालों के जवाब डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिए। डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जरनल राजीव घई, डीजी एयर ऑपरेशंस एके भारती, डीजी नेवी ऑपरेशंस वाइस एडमिरल एएन प्रमोद पाकिस्तान पर हुए पलटवार के बारे में एक-एक डिटेल साझा किए। यहां पढ़िए पूरी खबर...
भारतीय सैन्य अधिकारी ने बताया, 7 मई की सुबह के ऑपरेशन के दौरान नौ आतंकी ठिकानों पर किए गए हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए हैं। इनमें यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदासिर अहमद जैसे 3 मोस्ट वांटेड आतंकी भी शामिल थे। 7 से 10 मई के बीच ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तानी सेना के 35 से 40 सैनिक भी मारे गए हैं।
भारत ने सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने रविवार (11 मई 2025) शाम 6:30 बजे हुई मीडिया ब्रीफिंग में बताया कि ऑपरेशन सिंदूर का मकसद सिर्फ आतंकवादियों को खत्म करना था। हमारी सेना ने सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है। एयर मार्शल एके भारती ने वीडियो दिखाते हुए बताया कि मिसाइल हमले के बाद मुरीदके और बहावलपुर आतंकवादी कैम्प कैसे जमीदोज हो गए।
हमने जो टारगेट तय किया, उसे पाया
सैन्य अधिकारियों ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में हमने जो टारगेट तय किए थे, जितना नुकसान पहुंचाने की योजना थी, उतना हमने किया है। मारे गए आतंकियों की संख्या पूछने पर कहा, हमारा काम टारगेट हिट करना है, कितने मरे यह देखना नहीं है। जरूरत पड़ी तो आगे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हमारे 5 सैनिक शहीद हुए
एयरमार्शल भारती ने कहा, 10 मई को दोपहर 3.30 बजे पाकिस्तानी डीजीएमओ ने कॉल किया था। जिसमें 7 बजे के बाद से कोई हमला न करने पर सहमति बनी। 12 मई को फिर बातचीत होगी। हालांकि, पाकिस्तान ने 3 घंटों बाद ही संघर्ष विराम तोड़ते हुए ड्रोन अटैक और फायरिंग शुरू कर दी थी। हमने मैसेज भेजा कि हमने पहले भी जवाबी कार्रवाई की है। आज रात भी हमले जारी रहे तो फिर करारा जवाब देंगे। आर्मी चीफ ने जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी स्वतंत्रता दी है। हमले में हमारे 5 जवान शहीद हुए हैं। उन्हें हम श्रद्धांजलि देते हैं।
तबाह किए गए आतंकी ठिकानों की तस्वीरें दिखाई
सैन्य अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन आतंकी शिविरों और ठिकानों की तस्वीरें जारी कीं, जो ऑपरेशन सिंदूर के तहत नष्ट किए गए गया है। एयर मार्शल भारती ने बताया, इन्हें एयर टू सरफेस तरीके से टारगेट किया है। ताकि, कोलैटरल डैमेज को कम किया जा सके। मुरीदके के टेररिस्ट कैंप में हवा से सतह पर मार करने वाली 4 टारगेटेड मिसाइल से न्यूट्रलाइज्ड किया।
पाकिस्तान के रडार सिस्टम को तबाह किया
एयरमार्शल भारती ने बताया, पाकिस्तान ने 7 मई की शाम UAV और ड्रोन से हमला किया। इनमें से 3 लैंड कर पाए, लेकिन ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। हमने उसी रात लाहौर और गुजरांवाला स्थित उनके रडार सिस्टम को निशाना बनाया। हम उन्हें जताना चाहते थे कि पाकिस्तान के मिलिट्री कैम्प हमारी पहुंच से दूर नहीं हैं। 8-9 मई को पाकिस्तान ने ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमला किए। हमारे मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाया, लेकिन हमने उनकी कोशिशें नाकाम कर दी।
पाकिस्तानी मिलिट्री और इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट नहीं किए
एयरमार्शल भारती ने बताया, मुरीदके के टेररिस्ट कैंप के बाद बहावलपुर ट्रेनिंग कैंप में इन्फ्रास्ट्रक्चर को चुना। यहां आतंकवाद को सर्वाधिक नुकसान पहुंचाया जा सकता था। हमने टेररिस्ट और टेररिस्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट किया है। पाकिस्तानी मिलिट्री और किसी इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट नहीं किया।
आतंकवादियों ने हमारे निहत्थे लोगों को निशाना बनाया
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया, आप सब लोग उस क्रूरता और नृशंस तरीके से अब तक परिचित हो चुके हैं, जिसमें 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 निर्दोष लोगों की असमय हत्या की गई थी। आप जब उन भयावह दृश्यों और परिवारों के दर्द को महसूस करते हैं तो पिछले कुछ सालों में हुए अन्य आतंकवादी हमलों हमारे सशस्त्र बलों और निहत्थे नागरिकों की यादें ताजा हो जाती हैं।
ऑपरेशन सिंदूर का मकसद आतंकवादियों और उनके रणीतिकारों को दंडित करने और उनके आतंकी ढांचे को नष्ट करना था। मैं यहां जो नहीं कह रहा हूं, वह भारत का अक्सर कहा जाने वाला दृढ़ संकल्प और आतंक के प्रति उसकी असहिष्णुता है।
नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ जारी
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बातया कि 9-10 मई की रात पाकिस्तान ने भारतीय एयर स्पेस पर ड्रोन और विमान उड़ाए। साथ ही हमारे सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने का असफल प्रयास किया। पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर उल्लंघन फिर शुरू कर दिया है। भयंकर तोपखाने भी मुठभेड़ों में बदल दिए गए हैं।
Video देखें...
पाक सीमा से हुए ड्रोन अटैक
एयरमार्शल भारती ने बताया, हमारी लड़ाई पाकिस्तानी मिलिट्री या किसी और से नहीं बल्कि आतंकवादियों से है। हमने उन्हें ही निशाना बनाया है। लेकिन पाकिस्तान सीमा से जिस तरह जम्मू, उधमपुर, नाल, डलहौजी, पठानकोट और फलौदी में ड्रोन अटैक किए गए। हमारे पास जवाब देने के अलावा कोई रास्ता नहीं था।
पाकिस्तान नेवी की हर मूवमेंट पर नजर थी
हमारे ट्रेंड क्रू ने एयर डिफेंस सिस्टम से न सिर्फ उनके ज्यादातर हमले नाकाम किए, बल्कि उस जगह हमला किया, जहां पर उन्हें सर्वाधिक दर्द हो। पहलगाम अटैक के बाद अरब सागर में कई ड्रिल और हथियारों की चेकिंग की गई। हमारी नौसेना पाकिस्तानी नेवी को लगातार मॉनिटर कर रही थी। उनके हर लोकेशन और मूवमेंट से हम वाकिफ थे।