Chunav 2024: हेमंत करकरे और कसाब को लेकर सियासत तेज, कांग्रेस-BJP के बीच जुबानी जंग शुरू, जानें क्यों हो रहा विवाद

Lok Sabha Election: महाराष्ट्र की राजनीति में उज्जवल निकम की ओर से कसाब को बिरयानी परोसे जाने वाले बयान को लेकर सियासत तेज हो गई है। बीजेपी और कांग्रेस के बीच विवादा शुरू हो गया है

Updated On 2024-05-06 09:17:00 IST
Ujjwal Nikam controversy

Ujjwal Nikam controversy: उज्जवल निकम को लेकर महाराष्ट्र में बीजेपी और कांग्रेस के बीचव जुबानी जंग तेज हो गई है। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने निकम को लेकर विपक्षी नेता विजय वड्डेतिवार के बयान को लेकर विपक्ष को घेरा है। बता दें कि उज्जवल निकम बीजेपी नार्थ सेंट्रल लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हैं। उज्जवल निकम ने एक बार दावा किया था कि 26/11 हमले के आतंकी अजमल कसाब को जेल में बिरयानी दी गई थी। हालांकि, बाद में निकम ने अपने इस बयान से किनारा कर लिया था। अब निकम के इसी बयान को लेकर विपक्ष ने बीजेपी पर निशाना साधा। वहीं, बीजेपी ने भी पलटवार किया है। 

विजय वड्डेतिवार के बयान पर फडणवीस का हमला
फडणवीस ने कहा है कि विपक्ष अजमल कसाब को लेकर ज्यादा चिंतित नजर आ रही है। विपक्ष बीजेपी कैंडिडेट उज्जवल निकम पर हमला बोलकर आतंकवादियों का समर्थन करना चाहता है। डिप्टी सीएम ने कहा कि विपक्षी नेता विजय वड्डेतिवार के बयान से ऐसा लगता है कि उज्जवल निकम ने कसाब का अपमान किया था। जिस कसाब ने पूरे मुंबई शहर को आतंकित कर दिया था उसे लेकर कांग्रेस ज्यादा चिंतित नजर आ रही है। महायुति जहां उज्जवल निगम का समर्थन कर रही है, वहीं विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी कसाब के समर्थन में है। अब ऐसे में लोगों को तय करना है कि उन्हें किसे वोट देना चाहिए।

उज्जवल निकम का झूठ हो चुका है उजागर: कांग्रेस
दरअसल, बीजेपी ने नार्थ सेंट्रल लोकसभा सीट की मौजूदा सांसद पूनम महाजन का टिकट लिया है। पूनम महाजन की गजह पर उज्ज्वल निकम चुनावी मैदान में उतारा है। निकमआतंकवादी अजमल कसाब को जेल में बिरयानी परोसे जाने के अपने बयान को लेकर कभी सुर्खियों में रहे थे। निकम के इस बयान ने किसी समय कानूनी हलकों में हंगामा मचा दिया था। निकम 26/11 हमले के मामले में सरकारी वकील थे। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने निकम पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी ने एक ऐस शख्स को अपना कैंडिडेट बनाया है जिसका कसाब को लेकर किया गया झूठा दावा पहले ही सबके सामने आ चुका है।

अपने ही नेता के बयान से घिर गई है कांग्रेस
वहीं, देवेंद्र फडणवीस ने अपने भाषण में कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार के बयान को लेकर भी विपक्ष को निशाने पर लिया। वडेट्टीवार ने हाल ही में यह कहा था पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे की हत्या कि अजमल कसाब ने नहीं की थी। बल्कि हेमंत करकरे की हत्या बीजेपी के वैचारिक गुरु राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े एक पुलिसकर्मी द्वारा की गई थी।  वडेट्टीवार महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं। उनके इस बयान की वजह से कांग्रेस को अब बीजेपी घेर रही है। बीजेपी कांग्रेस नेता के इस बयान को लेकर शिवसेना (शिंदे गुट) को लगातार घेर रही है।  

क्यों उठा कसाब को बिरयानी परोसने का मुद्दा? 
26 नवंबर, 2008 को पाकिस्तान के 10 आतंकवादियों द्वारा किए गए आतंकवादी हमले से मुंबई में तबाही मच गई थी। इस हमले के बाद अजमल कसाब को जिंदा पकड़ लिया गया था। नवंबर 2012 में पुणे में फांसी दिए जाने से पहले कसाब को चार साल तक मुंबई पुलिस की हिरासत में रख गया था। उस समय इस मामले के सरकारी वकील उज्ज्वल निकम नेदावा किया था कि कसाब को जेल में बिरयानी दी गई थी। हालांकि, बाद में विशेष अदालत में सुनवाई के दौरान वह इस दावे से मुकर गए थे। 

निकम ने मीडिया के सामने स्वीकार किया, "कसाब ने कभी बिरयानी जेल में बंद होने के दौरान बिरयानी नहीं मांगी थी, और ना ही सरकार ने उसे कभी बिरयानी परोसी। मैंने यह कहानी पूरी तरह से मुकदमे के दौरान कसाब को लेकर लोगों में पैदा हो रही सहानुभूति को दूर करने के लिए अपने मन से गढ़ी थी। बीजेपी ने  जब से उज्ज्वल निकम को अपना कैंडिडेट घोषित किया है, कांग्रेस कह रही है कि निकम के झूठ से काफी नुकसान हुआ। इस बीच वडेट्टीवार ने हेमंत करकरे पर टिप्पणी कर बीजेपी को फंसाने की कोशिश की है। 

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