तीसरी बार मोदी V/S अजय: कांग्रेस प्रत्याशी का दावा- काशी का हूं, वक्त बताएगा BJP 10 लाख पार जाएगी या 10 लाख वोटों से हारेगी

Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टक्कर देने के लिए वाराणसी से तीसरी बार उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रेसिडेंट अजय राय को मैदान में उतारा है।

Updated On 2024-03-24 19:43:00 IST
Varanasi Lok Sabha Poll

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वाराणसी सीट पर टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने पूर्वांचल के बाहुबली नेता अजय राय को मैदान में उतारा है। अजय राय यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और इससे पहले दो बार 2014 और 2019 के आम चुनाव में पीएम मोदी के सामने चुनौती पेश कर चुके हैं। पिछली बार वाराणसी में अजय राय तीसरे स्थान पर रहे थे। हालांकि, इस बार उन्होंने दावा किया है कि वो (नरेंद्र मोदी) 10 लाख के पार जाएंगे या बीजेपी 10 लाख वोट से हारेगी, ये वक्त बताएगा। 

कांग्रेस ने शनिवार देर रात अपने प्रत्याशियों की चौथी सूची जारी की थी। इसमें पीएम मोदी की वाराणसी सीट से अजय राय का नाम शामिल है। टिकट फाइनल होने के अगले दिन राय काशी पहुंचे और बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लिया। बता दें कि राय भूमिहार समुदाय से आते हैं, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में उनका खासा प्रभाव है। पूर्वाचल कभी कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था, लेकिन अब यहां बीजेपी का दबदबा है। 

काशी में अजय राय ने किया जीता का बड़ा दावा
कांग्रेस कैंडिडेट अजय राय ने कहा- ''बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लेने के लिए आया हूं। जनता का विश्वास है, जनता का बेटा हूं, परिवार का सदस्य हूं। काशी का रहने वाला हूं। काशी गलियों से, घर-घर से, चौक से, एक-एक परिवार से वाकिफ हूं। वो (पीएम नरेंद्र मोदी) 10 लाख पार जाएंगे या 10 लाख से हारेंगे, ये वक्त बताएगा।'' 

कांग्रेस ने 'बाहुबली' अजय राय को क्यों चुना?
अजय राय उत्तर प्रदेश के एक अनुभवी राजनेता हैं। फिलहाल यूपी कांग्रेस के प्रमुख हैं और प्रदेश में मजबूत प्रभाव रखते हैं, जो लगातार हार के बाद भी वाराणसी सीट पर उनकी उम्मीदवारी के पीछे प्रमुख कारणों में से एक है। राय ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में भी वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन दोनों बार हार गए। अब कांग्रेस ने उम्मीदवारों की चौथी सूची में उन्हें फिर से मोदी के खिलाफ उतारा है। 
- हालांकि, पिछले लोकसभा चुनाव में राय को केवल 1.52 लाख वोट मिले थे और वे वाराणसी सीट पर तीसरे नंबर पर रहे थे। उन्हें पीएम मोदी के 63.62 फीसदी वोट शेयर के मुकाबले 14.38 फीसदी वोट शेयर मिला। दूसरे स्थान पर सपा प्रत्याशी थीं। 

जानिए कौन हैं अजय राय?
- अजय राय पहले भाजपा में थे। उन्होंने आरएसएस की स्टूडेंट विंग एबीवीपी से अपना करियर शुरू किया और 1996 से 2007 के बीच लगातार तीन बार भाजपा के टिकट पर कोलासला सीट से यूपी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की। लेकिन टिकट कटने पर वह भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। वाराणसी से बीजेपी ने अनुभवी नेता मुरली मनोहर जोशी को उतारा था, इसलिए वह जोशी के खिलाफ चुनाव हार गए।
- अजय राय 2012 में कांग्रेस में शामिल हो गए और पिंडरा सीट पर यूपी विधानसभा चुनाव में जीत हासि की। लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्हें यहां हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस ने अगस्त 2023 में राय को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (यूपीसीसी) का नया अध्यक्ष बनाया।

Similar News