ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय सेना का खुलासा; 25 मिनट में 9 आतंकी ठिकाने तबाह, मुजफ्फराबाद में था लश्कर का ट्रेनिंग सेंटर
Operation Sindoor Pc भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाकर पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों पर हवाई हमला बोला। भारतीय सेना और विदेश मंत्रालय ने बुधवार (7 मई) को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एयरस्ट्राइक की जानकारी साझा की।
Operation Sindoor Pc : भारत ने 'पहलगाम आतंकी हमले' का पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। इंडियन एयरफोर्स ने मंगलवार (6 मई) की रात 1.30 बजे पाकिस्तान और POK के भीतर एयर स्ट्राइक (हवाई हमला) बोला। भारतीय सेना ने 7 शहरों के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। हमले में 90 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारतीय सेना और विदेश मंत्रालय ने बुधवार (7 मई) को सुबह 10.30 बजे दिल्ली में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री के साथ विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर की गई एयरस्ट्राइक की जानकारी साझा की।
#WATCH | #OperationSindoor | आतंकवादी स्थल मरकज सुभान अल्लाह, बहावलपुर, पाकिस्तान, जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय, भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा निशाना बनाया गया। pic.twitter.com/MU4IlP6vU5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 7, 2025
PAK में 30 साल से आतंकवाद का निर्माण हो रहा
प्रेस ब्रीफिंग में आतंकी ठिकानों पर किए गए हमले की क्लिप दिखाई। कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा-पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था। 9 आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाकर नष्ट कर दिया गया। पाकिस्तान में पिछले तीन दशकों से आतंकवादी इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा था, जो पाकिस्तान और पीओके दोनों में फैला हुआ है।
#WATCH वीडियो में पाकिस्तान और PoJK में मुरीदके और अन्य आतंकवादी शिविरों पर कई हमले दिखाए गए हैं।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 7, 2025
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, "किसी भी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया और अब तक पाकिस्तान में किसी तरह की नागरिक क्षति की कोई खबर नहीं है।" pic.twitter.com/tYf8NkbvHL
मुजफ्फराबाद में लश्कर-ए-तैयबा का प्रशिक्षण सेंटर
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा-मैं आपको बताना चाहूंगी कि पीओजेके में पहला लक्ष्य मुजफ्फराबाद में सवाई नाला कैंप था, जो नियंत्रण रेखा से 30 किलोमीटर दूर स्थित है। यह लश्कर-ए-तैयबा का प्रशिक्षण केंद्र था। 20 अक्टूबर 2024 को सोनमर्ग, 24 अक्टूबर 2024 को गुलमर्ग और 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए हमलों में शामिल आतंकवादियों ने यहीं से प्रशिक्षण प्राप्त किया था।
25 मिनट चला ऑपरेशन
व्योमिका सिंह ने बताया कि रात 1 बजकर पांच मिनट से 1 बजकर 30 मिनट के बीच हमला किया गया। 9 आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया और सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया। नागरिक बुनियादी ढांचे को नुकसान से बचाने और किसी भी नागरिक की जान को नुकसान से बचाने के लिए स्थानों का चयन किया गया था।
पहलगाम हमले से आक्रोश है
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने मीडिया को बताया-पहलगाम हमले से आक्रोश है। भारत सरकार ने पाकिस्तान के संबंधों को लेकर कुछ कदम उठाए। यह जरूरी है कि 22 अप्रैल के हमले के अपराधियों और योजनाकारों को न्याय के कठघरे में लाना जरूरी था। वो इनकार करने और आरोप लगाने में ही लिप्त रहे हैं। पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों के बारे में हमें सूचना मिली कि और हमले कर सकते हैं। इन्हें रोकना जरूरी था। इन्हें रोकने के अधिकार का हमने इस्तेमाल किया है। यह कार्रवाई नपी-तुली और जिम्मेदारीपूर्ण है।
परिवार के सदस्यों को जानबूझकर आघात पहुंचाया
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा-पहलगाम में हमला अत्यंत बर्बरतापूर्ण था, जिसमें पीड़ितों को बहुत नजदीक से सिर में गोली मारकर और उनके परिवार के सामने मार दिया गया...परिवार के सदस्यों को जानबूझकर आघात पहुंचाया गया।
#WATCH | #OperationSindoor, Col. Sofiya Qureshi says, "Operation Sindoor was launched to give justice to victims of Pahalgam terrorist attack. Nine terrorist camps were targeted and destroyed." pic.twitter.com/8nbLHN6a3k
— ANI (@ANI) May 7, 2025
हमले ने आतंकवादियों के साथ पाकिस्तान के संबंधों को उजागर किया
विक्रम मिस्री ने कहा-25 अप्रैल को मीडिया रिलीज से टीआरएफ का संदर्भ हटाने के लिए पाकिस्तान के दबाव को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। पहलगाम आतंकवादी हमले ने आतंकवादियों के साथ पाकिस्तान के संबंधों को उजागर कर दिया है।
हमले में पाकिस्तान का हाथ
विक्रम मिस्री ने कहा कि रेजिस्टेंस फ्रंट नामक एक समूह ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली है। यह समूह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है। इस हमले में पाकिस्तान का हाथ होने की बात सामने आई है।
बर्बरता का संदेश देने को कहा गया
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा-परिवार को धमकाया गया और उस बर्बरता का संदेश देने को कहा गया। चूंकि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन फिर से फल-फूल रहा था, इसलिए हमले का मुख्य उद्देश्य उसे नुकसान पहुंचाना था।
कॉन्फ्रेंस से पहले वीडियो प्ले किया
विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ऑपरेशन सिंदूर पर मीडिया ब्रीफिंग कर रहे हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले एयर स्ट्राइक का वीडियो प्ले किया। PC से पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। इस बैठक में सुरक्षा मामलों और रक्षा नीति पर चर्चा हुई।
महिला अधिकारी होंगी शामिल
सेना की प्रेस ब्रीफिंग में विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ-साथ दो महिला अधिकारी वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी शामिल होंगी।
अमित शाह ने CM अब्दुल्ला से की बात
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला से बात की। गृह मंत्री लगातार जम्मू-कश्मीर के एलजी और बीएसएफ के डीजी से संपर्क में हैं। उन्होंने डीजी बीएसएफ को सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए सभी सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
#WATCH दिल्ली | रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सुबह 10.30 बजे होने वाले #OperationSindoor पर मीडिया ब्रीफिंग से पहले अपने आवास से रवाना हुए। pic.twitter.com/7giXWwAyyA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 7, 2025
राजनाथ सिंह को दी जानकारी
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान साउथ ब्लॉक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठकर कर जानकारी दे रहे हैं।
छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं
केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा ने ट्वीट कर कहा-पहलगाम पर भारत का पैग़ाम। छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की आत्मा पर हमला करने वालों को कड़ी सजा मिलेगी। भारत आतंकवाद को उसकी जड़ से उखाड़ फेकने में सक्षम भी है और संकल्प बद्ध भी है।
केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा ने ट्वीट किया, "पहलगाम पर भारत का पैग़ाम - छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की आत्मा पर हमला करने वालों को कड़ी सजा मिलेगी। भारत आतंकवाद को उसकी जड़ से उखाड़ फेकने में सक्षम भी है और संकल्प बद्ध भी है।" pic.twitter.com/FWxygQYbIe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 7, 2025
22 अप्रैल को हुई थी 26 की हत्या
जम्मू-कश्मीर में पहलगाम के बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ। आतंकियों ने 26 पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी। आतंकियों ने पर्यटकों का धर्म पूछकर गोली मारी थी। पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी पहले द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी, हालांकि बाद में इससे मुकर गया था। पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव है।