T Raja Resignation: तेलंगाना में BJP को बड़ा झटका, गोशामहल विधायक टी. राजा सिंह ने दिया इस्तीफा; जानें वजह

तेलंगाना के गोशामहल से भाजपा विधायक टी. राजा सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी को अपना इस्तीफा पत्र भेजा।

Updated On 2025-06-30 17:12:00 IST

हैदराबाद: विधायक टी. राजा सिंह का भाजपा से इस्तीफा, तेलंगाना भाजपा को बड़ा झटका

Hyderabad T Raja Resignation : तेलंगाना की राजनीति में बड़ा हलचल मचाते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फायरब्रांड विधायक टी. राजा सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना त्यागपत्र तेलंगाना भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी को भेजा है। राजा सिंह तेलंगाना के गोशामहल विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।

टी राजा अपनी कट्टर हिंदुत्ववादी विचारधारा के लिए अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद पर एन. रामचंद्र राव की नियुक्ति पर नाराजगी जताई है। पिछले दिनों पुलिस ने एक विवाद में उन्हें गिरफ्तार किया था।

इस्तीफे में क्या कहा राजा सिंह ने?

  • टी. राजा सिंह अपने त्याग पत्र में लिखा-यह निर्णय न केवल मेरे लिए, बल्कि उन लाखों कार्यकर्ताओं, नेताओं और मतदाताओं के लिए एक झटका है, जिन्होंने हर परिस्थिति में पार्टी का साथ निभाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेतृत्व को कुछ व्यक्तियों ने गुमराह किया और पर्दे के पीछे से फैसले लेकर पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं के बलिदान को दरकिनार कर दिया गया।
  • टी राजा सिंह ने अपने इस्तीफे को व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा नहीं, बल्कि उन हजारों भाजपा समर्थकों की आवाज बताया है, जो खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। कहा, मुझसे यह अपेक्षा की जा रही है कि मैं चुप रहूं या दिखावटी रूप से सब ठीक होने का ढोंग करूं, लेकिन मेरे आत्मसम्मान और कार्यकर्ता धर्म की अनुमति नहीं देती।
  • टी राजा ने यह भी कहा कि भाजपा के पास इस समय तेलंगाना में सत्ता में आने का सबसे बेहतर अवसर था, जो गलत नेतृत्व चयन की वजह से कमजोर होता दिख रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि हिंदुत्व के प्रति उनका समर्पण और गोशामहल के लोगों की सेवा जारी रहेगी। वे आगे भी हिंदू समाज के लिए और अधिक निडरता और प्रतिबद्धता से काम करेंगे।

प्रधानमंत्री और शीर्ष नेतृत्व को पत्र

राजा सिंह ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष से निवेदन किया कि वे एन. रामचंद्र राव की नियुक्ति पर पुनर्विचार करें। ताकि, पार्टी का भविष्य कमजोर न हो। साथ ही प्रदेश अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी से अनुरोध किया कि वे तेलंगाना विधानसभा अध्यक्ष को सूचित करें कि वे अब भाजपा सदस्य नहीं हैं।

टी. राजा सिंह का राजनीतिक कॅरियर  
टी. राजा सिंह 2014 और 2018 में भाजपा के टिकट पर गोशामहल सीट से जीते थे। वे अक्सर कट्टर बयानबाजी, हिंदुत्व और गोरक्षा जैसे मुद्दों पर पार्टी लाइन से भी आगे जाते नजर आए। 2022 में विवादास्पद टिप्पणी को लेकर भाजपा ने उन्हें अस्थायी रूप से सस्पेंड किया था, लेकिन 2023 में पार्टी में पुनः शामिल कर लिया गया था।

भविष्य की रणनीति?
राजा सिंह के इस्तीफे के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि वे किसी और दल, विशेषकर हिंदुत्व आधारित क्षेत्रीय दल या स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर अपनी राजनीतिक पारी जारी रख सकते हैं। हालिया विधानसभा चुनावों में भाजपा का प्रदर्शन तेलंगाना में अपेक्षित नहीं रहा, जिससे पार्टी में आंतरिक असंतोष उभर कर आ रहा है।

तेलंगाना भाजपा की प्रतिक्रिया का इंतजार
राजा सिंह न केवल तेलंगाना भाजपा का लोकप्रिय चेहरा रहे हैं, बल्कि वे राज्य में हिंदुत्व की राजनीतिक धारा के प्रमुख स्वर भी माने जाते हैं। ऐसे में उनका इस्तीफा भाजपा के लिए राजनीतिक और वैचारिक दोनों स्तरों पर झटका माना जा रहा है। तेलंगाना भाजपा की ओर से अभी इस पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई। हालांकि, पार्टी सूत्रों ने कहा, प्रदेश नेतृत्व इस पर विचार कर रहा है। 

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