आकाश का नया रक्षक: रूस ने भारत को दिया 'S-350 वित्याज' मिसाइल सिस्टम का मेगा ऑफर

यह सिस्टम 120 किमी तक के हवाई खतरों को नष्ट करने में सक्षम है। S-400 के साथ मिलकर यह भारत की सुरक्षा को अभेद्य बनाएगा और 'मेक इन इंडिया' को मजबूती प्रदान करेगा।

Updated On 2025-12-31 14:07:00 IST

इस डिफेंस सिस्टम की सबसे बड़ी ताकत इसका उन्नत रडार और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम है।

नई दिल्ली : रूस और भारत के बीच रक्षा संबंधों में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है, जिसमें रूस ने अपने सबसे आधुनिक मध्यम दूरी के एयर डिफेंस सिस्टम 'S-350 वित्याज' को भारत को सौंपने की पेशकश की है।

यह प्रस्ताव केवल हथियारों की खरीद-बिक्री तक सीमित नहीं है, बल्कि रूस ने इसके साथ पूर्ण तकनीकी हस्तांतरण का भी वादा किया है, जो भारत की स्वदेशी विनिर्माण क्षमता को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है।

रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह समझौता होता है, तो भारतीय हवाई क्षेत्र की सुरक्षा अभेद्य हो जाएगी और दुश्मन के किसी भी हवाई हमले का जवाब देना और भी सटीक हो जाएगा।

तकनीकी हस्तांतरण के साथ आत्मनिर्भरता को बल

रूस की सरकारी कंपनी रोस्टेक ने इस सौदे में 'मेक इन इंडिया' पहल को प्राथमिकता दी है। रूसी अधिकारियों का कहना है कि वे न केवल इस सिस्टम की आपूर्ति करेंगे बल्कि इसके निर्माण की बारीकियां भी भारतीय कंपनियों के साथ साझा करेंगे।

इस कदम से भारत को भविष्य में अपने स्वयं के मिसाइल सिस्टम विकसित करने में मदद मिलेगी और विदेशी निर्भरता में भारी कमी आएगी।

यह प्रस्ताव ऐसे समय में आया है जब भारत लगातार अपनी रक्षा प्रणालियों के स्वदेशीकरण पर जोर दे रहा है और रूस इस रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने का इच्छुक है।

S-400 का शक्तिशाली साथी और मिडिल लेयर सुरक्षा

S-350 वित्याज को विशेष रूप से S-400 ट्राइंफ की पूरक प्रणाली के रूप में डिजाइन किया गया है।

जहां S-400 लंबी दूरी के खतरों को बेअसर करता है, वहीं वित्याज 120 किलोमीटर के दायरे में आने वाले किसी भी लड़ाकू विमान, ड्रोन या मिसाइल को नष्ट करने की क्षमता रखता है।

यह भारत की त्रिस्तरीय हवाई सुरक्षा प्रणाली में 'मध्यम परत' की भूमिका निभाएगा। इसके एक लॉन्चर में 12 मिसाइलें होती हैं, जो इसे एक साथ कई दिशाओं से आने वाले हमलों को नाकाम करने के लिए बेहद घातक और प्रभावी हथियार बनाती हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और युद्ध में सफल परीक्षण

इस डिफेंस सिस्टम की सबसे बड़ी ताकत इसका उन्नत रडार और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम है।

रूस का दावा है कि यूक्रेन युद्ध के दौरान इस सिस्टम ने पूरी तरह 'ऑटो मोड' में काम करते हुए बिना किसी मानवीय सहायता के दुश्मन के लक्ष्यों को पहचान कर उन्हें सफलतापूर्वक मार गिराया है।

यह विशेषता इसे दुनिया के अन्य डिफेंस सिस्टम से अलग करती है, क्योंकि यह अत्यंत तनावपूर्ण स्थितियों में भी बिना किसी चूक के सटीक फैसला लेने में सक्षम है और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियों के खिलाफ भी मजबूती से डटा रहता है।

चीन और पाकिस्तान की चुनौतियों का सटीक समाधान

भारत की उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर बढ़ते हवाई खतरों को देखते हुए S-350 वित्याज एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है। यह सिस्टम स्टेल्थ तकनीक वाले आधुनिक लड़ाकू विमानों और कम ऊंचाई पर उड़ने वाली क्रूज मिसाइलों को ट्रैक करने में माहिर है।

इसकी अत्यधिक गतिशीलता के कारण इसे पहाड़ी इलाकों और दुर्गम क्षेत्रों में भी बहुत कम समय में तैनात किया जा सकता है।

वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य में यह सिस्टम भारतीय वायुसेना को वह रणनीतिक बढ़त प्रदान करेगा जिसकी जरूरत सीमा पर निरंतर निगरानी और त्वरित प्रतिक्रिया के लिए बनी रहती है।

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