Good News: भारत को अमेरिका से मिला घातक 'GE-404 इंजन'; अब तेजस की बढ़ेगी ताकत
Good News: GE-404 Engine: भारत के लिए बड़ी खुशखबरी है। अमेरिका ने दूसरा GE-404 इंजन इंडिया को सौंप दिया है। इंजन तेजस लड़ाकू विमान (LCA मार्क 1A) में लगाया जाएगा।
GE-404 Engine: अमेरिका ने भारत को दूसरा GE-404 इंजन सौंपा।
Good News: भारत के लिए बड़ी खुशखबरी है। अमेरिकी कंपनी GE ने दूसरा GE-404 इंजन इंडिया को सौंप दिया है। इंजन तेजस लड़ाकू विमान (LCA मार्क 1A) में लगाया जाएगा। अहम बात है कि तेजस बना रही सरकारी कंपनी HAL (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) को साल के आखिरी तक ऐसे 12 इंजन मिल जाएंगे। बता दें कि भारतीय वायुसेना ने तेजस मार्क 1A के 83 विमान ऑर्डर किए हैं। 2028 तक सभी की डिलीवर की जानी है। 97 और विमानों की खरीद का प्रस्ताव रक्षा मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद अब अंतिम दौर में है।
भारत ने जनरल इलेक्ट्रिक से किया है समझौता
रक्षा सचिव राजेश सिंह ने बताया कि भारत के तेजस मार्क-1ए लड़ाकू विमानों के लिए GE (जनरल इलेक्ट्रिक) F404-IN20 इंजनों की सप्लाई फिर से शुरू हो गई है। GE मार्च 2026 से हर महीने दो इंजन भेज सकता है। भारत ने जनरल इलेक्ट्रिक से 761 मिलियन डॉलर का समझौता किया था। इसके तहत लड़ाकू विमानों के लिए इंजन खरीदे जाने हैं।
भारतीय वायुसेना की बड़ी तैयारी
भारतीय वायुसेना आने वाले वर्षों में 352 तेजस लड़ाकू विमानों को अपने बेड़े में शामिल करने की तैयारी कर रही है। Mk1A और Mk2 वेरिएंट दोनों शामिल हैं। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) इस साल अपने निर्धारित डिलीवरी टारगेट को हासिल करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। कंपनी को भरोसा है कि अगले वित्तीय वर्ष तक इंजन सप्लाई की स्थिति स्थिर हो जाएगी। तेजस का पूर्ण स्तर पर उत्पादन 2026–27 तक 30 यूनिट प्रतिवर्ष तक पहुंच सकता है, जिसमें सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के उद्योगों का सहयोग अहम भूमिका निभाएगा।
GE-404 इंजन क्या है?
GE-404 इंजन को F404-GE-IN20 के नाम से भी जाना जाता है। GE एयरोस्पेस ने इस इंजन को बनाया है। यह अत्याधुनिक फाइटर जेट इंजन है। यह इंजन अपनी श्रेणी के बहुउद्देशीय इंजनों में से एक माना जाता है। इंजन विशेष चुनौतियों का सामना करने वाले एयरक्राफ्ट प्रोग्राम्स के लिए डिज़ाइन किया गया है। GE-404 की थ्रस्ट क्षमता 17,700 पाउंड है, जो इसे अत्यधिक शक्तिशाली बनाता है। इंजन भारतीय वायुसेना के तेजस Mk1A जैसे लड़ाकू विमानों को मजबूती प्रदान करता है। इंजन T-7A रेड हॉक जेट ट्रेनर जैसे अमेरिकी एयरक्राफ्ट के लिए भी पावरफुल प्रदर्शन सुनिश्चित करता है।