भारत का आतंकवाद विरोधी कूटनीतिक अभियान: डेलिगेशन में थरूर को चुने जाने पर विवाद, कांग्रेस बोली-पार्टी ने उनका नाम नहीं दिया
भारत के आतंकवाद विरोधी कूटनीतिक अभियान के तहत सांसदों का 7 सदस्यीय डेलिगेशन अमेरिका ब्रिटेन सहित 5 देशों की यात्रा करेगा। इसमें शशि थरूर के चयन पर विवाद हो रहा है।
Shashi Tharoor All-Party Delegation
Shashi Tharoor All-Party Delegation: भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद आतंकवाद विरोधी कूटनीतिक अभियान शुरू किया है। इसके लिए सात सदस्यीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल गठित किया गया, जो दुनिया के प्रमुख देशों में जाकर वहां की सरकारों को भारत-पाकिस्तान संघर्ष पर भारत के रुख से अवगत कराएगा। लेकिन प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस सांसद शशि थरूर को शामिल किए जाने से विवाद शुरू हो गया। कांग्रेस का कहना है कि हमने जिन 4 सांसदों के नाम सुझाए थे, उनमें किसी को शामिल नहीं किया गया।
संसदीय कार्य मंत्रालय ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की घोषणा करते हुए बताया कि तिरुवनंतपुरम सांसद शशि थरूर इसका नेतृत्व करेंगे। थरूर के अलावा भाजपा सासंद रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा, जेडीयू MP संजय झा, डीएमके सांसद कनिमोझी, NCP सांसद सुप्रिया सुले और शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे शामिल हैं।
कांग्रेस ने सुझाए थे इन सांसदों के नाम
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने 16 मई की सुबह मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से फोन पर बात कर प्रतिनिधिमंडल के लिए चार सांसदों के नाम मांगे थे। राहुल गांधी ने कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, डॉ. सैयद नसीर हुसैन और राजा बरार का नाम सुझाया था, केंद्र ने शशि थरूर पर भरोसा जताया है।
5 देशों की राजधानियों का दौरा करेंगे सांसद
मोदी सरकार का यह प्रतिनिधिमंडल 23 मई को दिल्ली से रवाना होगा। 10 दिवसीय यात्रा में लंदन, वाशिंगटन, प्रिटोरिया, अबू धाबी और टोक्यो सहित अन्य राजधानियों का दौरा कर आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस पॉलिसी नीति और ऑपरेशन सिंदूर के तहत हुए घटनाक्रमों की जानकारी देगा। भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले के जवाब में शुरू किया था। पहलगाम हमले में 26 पर्यटकों की हत्या कर दी गई थी। भारत ने पाकिस्तान और पीओके स्थित जैश, लश्कर और हिजबुल के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे हैं।
थरूर बोले-राष्ट्रहित के काम में कभी पीछे नहीं रहूंगा
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के गठन पर प्रतिक्रिया दी है। अपने X हैंडल पर लिखा-भारत सरकार के इस निमंत्रण से मैं खुद को सम्मानित महसूस कर रहा हूं। राष्ट्रीय हित जहां भी मेरी सेवाओं की जरूरत होगी, मैं कभी पीछे नहीं रहूंगा। वहीं भाजपा नेता अमित मालवीय ने कांग्रेस द्वारा सुझाए गए नामों पर सवाल उठाए हैं।
अमित मालवीय ने कांग्रेस की सूची उठाए सवाल
- अमित मालवीय ने अपने X हैंडल पर लिखा-कूटनीतिक बैठकों में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए कांग्रेस का चयन न केवल दिलचस्प बल्कि यह संदिग्ध भी है। कांग्रेस ने जिन सैयद नसीर हुसैन का नाम सुझाया है। राज्यसभा में उनकी जीत पर उनके समर्थकों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए थे। बेंगलुरु पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया था।
- अमित मालवीय ने आगे लिखा-गौरव गोगोई के बारे में असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके सीमा पार आगमन और प्रस्थान का जिक्र अटारी बॉर्डर पर भी मिल जाएगा। गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न सात दिन इस्लामाबाद में थीं। पाकिस्तानी सेना के साथ उनके संबंध और वहां से वेतन लेने की बात राष्ट्रीय सुरक्षा और हितों के टकराव पर गंभीर सवाल उठ रही हैं।
- अमित मालवीय ने एक दूसरे ट्वीट में लिखा-शशि थरूर की वाकपटुता, संयुक्त राष्ट्र के अनुभव और विदेश नीति पर उनकी गहरी समझ को कोई दरकिनार नहीं कर सकता। ऐसे में कांग्रेस और राहुल गांधी ने उन्हें सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल क्यों नहीं किया। कोई असुरक्षा और ईर्ष्या है? या फिर जी हजूरी न करने वाले किसी नेता के प्रति असहिष्णुता है?
पवन खेड़ा बोले-हमारे सांसद भी जाएंगे
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, हमने पत्र लिखकर इसका समर्थन किया है। पार्टी के सांसदों के नाम भी सुझाए थे। यह किसी एक पार्टी या केंद्र सरकार का नहीं बल्कि, पूरे देश का अभियान है। कांग्रेस सांसद भी जरूर जाएंगे।