मेनका की कर्मभूमि पीलीभीत पर कांग्रेस की नजरें, तैयार हुआ राग-द्वेष का मिश्रण
वर्ष 1991 के उप चुनाव में भाजपा के मुकाबले वह अपनी सीट नहीं बचा सकी।;

बरेली मंडल की बेहड़ी, पीलीभीत, बरखेडा, पूरनपुर व बीसलपुर विधानसभओं को मिलाकर सृजित की गई पीलीभीत लोकसभा सीट पर 16.38 लाख मतदाताओं का जाल है, जिसमें 7.51 लाख से ज्यादा महिला वोटर हैं। इस चक्रव्यूह को भेदने के लिए इस सीट पर भाजपा, कांग्रेस, सपा, बसपा, आप, सीपीएम समेत 12 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। परिसीमन के बाद अपनी सीट पर वापस लौटी मेनका के लिए हालांकि राजनीतिक व भौगोलिक परिस्थिति बदली हुई मिली हैं। मेनका की कर्मभूमि मानी जा रही इस सीट पर जातीय समीकरण कोई मायने नहीं रखता है।