मेनका की कर्मभूमि पीलीभीत पर कांग्रेस की नजरें, तैयार हुआ राग-द्वेष का मिश्रण

वर्ष 1991 के उप चुनाव में भाजपा के मुकाबले वह अपनी सीट नहीं बचा सकी।;

Update:2014-04-12 00:00 IST
मेनका की कर्मभूमि पीलीभीत पर कांग्रेस की नजरें, तैयार हुआ राग-द्वेष का मिश्रण
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वर्ष 1991 के उप चुनाव में भाजपा के मुकाबले वह अपनी सीट नहीं बचा सकी। मेनका ने इस सीट पर इरादा पक्का करते हुए 1996 के चुनाव में जनता दल के टिकट पर रिकार्ड मत हासिल करके भाजपा को पटखनी देने में कामयाब रही। उसके बाद इस सीट पर निरंतर दो जीत तो निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ही हासिल की। बाद में भाजपा ने इसी सीट पर मेनका गांधी को प्रत्याशी बनाया और दो लगातार चुनाव जिताए।

 

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