Lack of Sleep Effects: क्या आप नहीं लेते 6 घंटे की नींद, शरीर को हो सकता भारी नुकसान
Lack of Sleep Effects: नींद की कमी शरीर और दिमाग पर गंभीर असर डाल सकती है। जानें क्यों 6 घंटे से कम सोना सेहत के लिए खतरनाक है।
6 घंटे नींद नहीं लेने के नुकसान (Image: grok)
Lack of Sleep Effects: रात का सन्नाटा, हल्की ठंडी हवा और दिनभर की भागदौड़ से थका हुआ मन, ऐसे में नींद ही वह साथी है, जो शरीर और दिमाग दोनों को नया जीवन देती है। लेकिन आज की तेज रफ्तार वाली दुनिया में नींद का समय लगातार कम होता जा रहा है। कई लोग काम, तनाव, मोबाइल या अनियमित दिनचर्या के कारण 6 घंटे की भी पूरी नींद नहीं ले पाते। शुरुआत में यह साधारण बात लग सकती है, लेकिन लगातार नींद की कमी शरीर पर ऐसे गहरे प्रभाव छोड़ती है, जिन्हें नजरअंदाज करना मुश्किल है।
इस मासले को लेकर डॉ. अभिषेक द्विवेदी का कहना है कि, नींद की कमी चिड़चिड़ापन, याददाश्त में कमी, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, और यहां तक कि हार्मोनल असंतुलन जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है।
Source: https://www.manthanhospital.in/2025/03/27/sleep-deprivation-diseases-dr-abhishek-dwivedi
दिमाग पर गहरा असर
नींद की कमी सबसे पहले दिमाग को प्रभावित करती है। नींद के दौरान दिमाग़ दिनभर जमा हुई थकान और सूचनाओं को व्यवस्थित करता है। जब आप पर्याप्त नींद नहीं लेते, तो यह प्रक्रिया अधूरी रह जाती है। इसका परिणाम होता है।
- ध्यान कम होना
- चीजें भूलने की आदत बढ़ना
- चिड़चिड़ापन
- निर्णय लेने में परेशानी
- भावनाओं पर नियंत्रण घट जाना
- लगातार कम नींद लेने पर तनाव बढ़ता है और व्यक्ति मानसिक रूप से अस्थिर महसूस करता है।
शरीर की प्रतिरोधक क्षमता होती है कमजोर
नींद शरीर की मरम्मत का वह समय है जब प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। लेकिन नींद की कमी इस प्रक्रिया को बाधित कर देती है। परिणामस्वरूप शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है और व्यक्ति जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगता है।
दिल और रक्तचाप पर बुरा प्रभाव
नींद का सीधा संबंध दिल की सेहत से भी होता है। जब आप पर्याप्त नींद नहीं लेते, तो रक्तचाप बढ़ने लगता है।
- उच्च रक्तचाप की समस्या हो सकती है
- दिल की धड़कन में असंतुलन
दिल से जुड़े रोगों का खतरा काफी बढ़ जाता है। यह जोखिम खासकर उन लोगों में ज़्यादा होता है जो पहले से तनाव में रहते हैं या जिनकी दिनचर्या अनियमित होती है।
वजन बढ़ना
नींद की कमी का असर वजन पर भी पड़ता है। नींद कम होने से भूख बढ़ाने वाले हार्मोन सक्रिय हो जाते हैं और भूख कम करने वाले हार्मोन कमजोर पड़ जाते हैं।
- बार-बार भूख लगना
- मीठा और तला-भुना खाने की इच्छा बढ़ना
- धीरे-धीरे वजन बढ़ने लगता है और मोटापा बढ़ने का खतरा भी ज़्यादा होता है।
त्वचा की चमक खो जाती है
नींद की कमी का असर चेहरे पर सबसे पहले दिखता है।
- चेहरा थका हुआ दिखता है
- आंखों के नीचे काले घेरे बन जाते हैं
- त्वचा की नमी कम होने लगती है
- चेहरे पर झुर्रियां जल्दी आने लगती हैं
- यानी नींद सुंदरता और त्वचा की सेहत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
हार्मोनल संतुलन पर असर
शरीर के कई महत्वपूर्ण हार्मोन नींद के समय संतुलित होते हैं। जब नींद की कमी होती है, तो यह संतुलन बिगड़ जाता है। इससे—
- मन में बेचैनी
- तनाव बढ़ना
- भूख अनियंत्रित होना
- स्त्रियों में मासिक चक्र प्रभावित होना
- शारीरिक ऊर्जा में कमी
नींद पूरी करने के उपाय
- रोज एक ही समय पर सोना और जागना
- सोने से पहले मोबाइल और टीवी से दूरी
- कैफीन वाले पेय रात में न पिएं
- हल्का भोजन करें
- कमरे का माहौल शांत और आरामदायक रखें
- यह सब मिलकर नींद की गुणवत्ता में सुधार लाते हैं।
नींद सिर्फ शरीर को आराम देने का नाम नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य की नींव है। 6 घंटे से कम सोने पर शरीर में छोटे-छोटे बदलाव होते हैं जो आगे चलकर गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं। इसलिए अपनी दिनचर्या में नींद को प्राथमिकता दें। जब आप अच्छी नींद लेते हैं, तो न सिर्फ शरीर बल्कि मन भी ताज़ा और सकारात्मक महसूस करता है।
(Disclaimer): ये लेख सामान्य जानकारी के लिए दिया गया है। हरिभूमि इसकी पुष्टी नहीं करता, अगर आपको नींद नहीं आने की समस्या है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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