Gardening Tips: गुलाब के पौधे में नहीं आ रहे फूल? 5 गार्डनिंग टिप्स से फूलों से भरेगा प्लांट
Gardening Tips: हर बगीचे में अगर गुलाब का पौधा न हो तो वह अधूरा रहता है। आपने घर पर अगर गुलाब का प्लांटेशन किया है तो कुछ तरीकों से ढेरों फूल हासिल कर सकते हैं।
घर में गुलाब लगाने और देखभाल के टिप्स।
Gardening Tips: गुलाब का पौधा हर गार्डन की शान होता है। इसकी खूबसूरती और खुशबू ना सिर्फ बगीचे को खास बनाती है, बल्कि आपके मूड को भी तरोताजा कर देती है। लेकिन कई बार यह देखने को मिलता है कि पौधा हरा-भरा तो है, मगर उसमें फूल नहीं आ रहे। ऐसे में यह जरूरी है कि गुलाब के पौधे की ठीक तरीके से देखभाल की जाए, जिससे उसकी सही ग्रोथ हो सके।
गुलाब के पौधे में अच्छे से फूल न आने की कई वजहें हो सकती हैं। इसमें गलत खाद देना, ठीक से प्रूनिंग न करना या पौधे को पर्याप्त धूप न मिल पाना हो सकता है। ऐसे में कुछ गार्डनिंग टिप्स आपका काम आसान बना सकती हैं।
5 गार्डनिंग टिप्स करेंगी कमाल
सही जगह का चुनाव करें: गुलाब के पौधों को कम से कम 6 घंटे की सीधी धूप की जरूरत होती है। अगर पौधा छांव या घर की दीवार के पास रखा है, तो वह फूल नहीं देगा। उसे ऐसी जगह शिफ्ट करें जहां सुबह की तेज धूप मिले। धूप की कमी पौधे की ग्रोथ और फूल दोनों को प्रभावित करती है।
बैलेंस खाद का प्रयोग करें: गुलाब को फूल देने के लिए नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम की सही मात्रा चाहिए होती है। नाइट्रोजन ज्यादा देने से पत्तियां तो खूब आती हैं, लेकिन फूल नहीं। फूलों के लिए फॉस्फोरस युक्त खाद सबसे जरूरी है। ऐसे में हर 15-20 दिन में लिक्विड खाद या वर्मीकम्पोस्ट डालें।
सही समय पर प्रूनिंग करें: गुलाब में पुराने और सूखे तनों की छंटाई करना बेहद जरूरी है। छंटाई का काम फरवरी और सितंबर में करें, जब मौसम बदल रहा हो। सूखी और मुरझाईं ब्रांचेस को काट दें, जिससे नई ग्रोथ मिल सके।
पानी देने का सही तरीका अपनाएं: गुलाब के पौधे को नियमित पानी चाहिए, लेकिन ज्यादा पानी देने से जड़ें सड़ सकती हैं। गर्मी के सीजन में हर रोज़ हल्का पानी दें। वहीं, बरसात में क्यारी या गमले में पानी भरने से बचाएं। पानी देने का सही समय है सुबह या शाम।
कीड़ों और बीमारियों से बचाव करें: गुलाब के पौधों पर एफिड्स, मिलिबग्स और फंगस का अटैक आम होता है। नीम का तेल हर हफ्ते छिड़कें। अगर पत्तियों पर धब्बे या चिपचिपाहट दिखे तो तुरंत ऑर्गेनिक कीटनाशक का इस्तेमाल करें। समय-समय पर पत्तियों को साफ करें और पौधे को हवादार रखें।
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