Green Chili: गमले में उगा लें हरी मिर्च, प्लांटेशन और देखभाल के सही तरीके से होगी बंपर पैदावार
Green Chili Plantation: हरी मिर्च को गमले में उगाना बहुत सरल है। बस जरूरत है तो सही देखभाल की। जानते हैं इसे लेकर कुछ जरूरी टिप्स।
गमले में हरी मिर्च का पौधा लगाने का तरीका।
Green Chili Plantation: आजकल किचन गार्डनिंग का शौक तेजी से बढ़ रहा है। लोग ताजी और केमिकल-फ्री सब्जियों के लिए घर पर ही पौधे उगाना पसंद कर रहे हैं। इन्हीं में से एक पौधा है हरी मिर्च, जो हर घर की रसोई में इस्तेमाल होती है। खास बात यह है कि हरी मिर्च को गमले में आसानी से उगाया जा सकता है और थोड़ी-सी देखभाल से आप पूरे सीजन भर ताजी मिर्च की पैदावार ले सकते हैं।
हरी मिर्च में विटामिन सी, बीटा कैरोटीन और आयरन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह न केवल खाने का स्वाद बढ़ाती है बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है। अगर आप गार्डनिंग के शौकीन हैं तो गमले में हरी मिर्च लगाना आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
हरी मिर्च प्लांटेशन और केयरिंग टिप्स
गमले का चुनाव: हरी मिर्च लगाने के लिए कम से कम 10 से 12 इंच गहरा गमला चुनें। मिर्च की जड़ें गहराई तक जाती हैं, इसलिए गमला जितना गहरा होगा पौधे उतने ही अच्छे पनपेंगे। गमले में नीचे पानी निकलने के लिए होल जरूर होना चाहिए ताकि पानी रुककर जड़ों को खराब न करे।
मिट्टी की तैयारी: हरी मिर्च की अच्छी पैदावार के लिए मिट्टी उपजाऊ और भुरभुरी होनी चाहिए। इसके लिए 40 फीसदी गार्डन सॉइल, 30 फीसदी गोबर की खाद और 30 प्रतिशत रेत मिलाकर मिश्रण तैयार करें। यह मिश्रण पौधे को जरूरी पोषण देने के साथ-साथ ड्रेनेज की समस्या भी दूर करता है।
बीज या पौधा लगाना: हरी मिर्च को बीज से भी उगाया जा सकता है और तैयार पौधा लगाकर भी। अगर बीज से लगाना चाहते हैं तो पहले बीज को 12 घंटे पानी में भिगो दें। फिर इन्हें मिट्टी में 1-2 इंच गहराई पर बो दें और हल्की मिट्टी से ढक दें। अगर नर्सरी से पौधा लाए हैं तो उसे सीधे गमले की मिट्टी में रोप सकते हैं।
पानी और धूप: हरी मिर्च को मध्यम मात्रा में पानी की जरूरत होती है। मिट्टी हमेशा हल्की नमी वाली होनी चाहिए लेकिन ज्यादा गीली नहीं। गर्मियों में रोज पानी दें और सर्दियों में 2-3 दिन के अंतराल पर। पौधे को कम से कम 5-6 घंटे धूप जरूर मिलनी चाहिए, तभी अच्छे फूल और फल लगेंगे।
देखभाल और खाद: हरी मिर्च के पौधे को हर 15 दिन में तरल खाद या गोबर की खाद दें। पौधे पर कीट लगने पर नीम का तेल छिड़कना फायदेमंद रहता है। सूखी और पीली पत्तियों को समय-समय पर तोड़ते रहें ताकि पौधा हेल्दी बना रहे।
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