How to Control PCOS: पीसीओएस कंट्रोल करने का नैचुरल तरीका, बिना दवा भी मिल सकती है राहत
How to Control PCOS: पीसीओएस होने पर दवाइयों पर निर्भर रहने की जगह कुछ नैचुरल तरीकों से इसे कंट्रोल किया जा सकता है और सेहत सुधारी जा सकती है।
पीसीओएस को कंट्रोल करने का सही तरीका (Image: Grok)
How to Control PCOS: महिलाओं में आजकल पीसीओएस (Polycystic Ovary Syndrome) की समस्या बहुत ज्यादा देखने को मिल रही है। यह समस्या न सिर्फ पीरियड्स को प्रभावित करती है, बल्कि वजन बढ़ना, मुंहासे, बाल झड़ना और मानसिक तनाव जैसी दिक्कतें भी साथ लाती है। अधिकतर महिलाएं दवाइयों पर निर्भर हो जाती हैं, लेकिन सच यह है कि कुछ नैचुरल तरीकों को अपनाकर भी पीसीओएस को कंट्रोल किया जा सकता है।
पीसीओएस कंट्रोल कैरे करें?
संतुलित आहार है सबसे बड़ी दवा
- पीसीओएस कंट्रोल करने के लिए डाइट सबसे अहम है।
- प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड और ज्यादा शक्कर से बचें।
- डाइट में हरी सब्जियां, फल, दालें, साबुत अनाज और फाइबर से भरपूर चीजें शामिल करें।
- प्रोटीन (जैसे अंडा, दही, दालें) का सेवन बढ़ाएं।
- दिनभर में पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं।
एक्सरसाइज और योग
- नियमित व्यायाम पीसीओएस के लिए सबसे असरदार इलाज है।
- रोजाना कम से कम 30 मिनट walk, jogging या cycling करें।
- योगासन जैसे सूर्य नमस्कार, भुजंगासन, कपालभाति और प्राणायाम हार्मोन को संतुलित करते हैं।
- स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और डांस भी शरीर को एक्टिव और मेटाबॉलिज्म को तेज करते हैं।
स्ट्रेस मैनेजमेंट जरूरी
तनाव पीसीओएस को और ज्यादा बढ़ाता है। जब महिला तनाव में रहती है तो कॉर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है, जिससे पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं।
- रोजाना मेडिटेशन और डीप ब्रीदिंग करें।
- अच्छी नींद लें और देर रात तक जागने से बचें।
- हॉबीज में समय बिताएं, जिससे दिमाग को शांति मिले।
नैचुरल घरेलू नुस्खे
कुछ प्राकृतिक जड़ी-बूटियां और घरेलू उपाय पीसीओएस में राहत दे सकते हैं।
- मेथी के दाने: ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मददगार।
- दालचीनी: इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाती है और पीरियड्स को नियमित करती है।
- अश्वगंधा: स्ट्रेस और हार्मोनल असंतुलन को कम करती है।
- ग्रीन टी: मेटाबॉलिज्म को तेज करके वजन घटाने में मदद करती है।
वजन नियंत्रण और नियमितता
पीसीओएस की एक बड़ी वजह ओवरवेट होना है। वजन बढ़ने से हार्मोनल इम्बैलेंस और ज्यादा हो जाता है।
- छोटी-छोटी मील्स लें, लंबे समय तक भूखे न रहें।
- शुगर और फास्ट फूड से दूरी बनाएँ।
- नियमित वर्कआउट और योग से वजन नियंत्रित रखें।
नींद का महत्व
- नींद की कमी भी हार्मोन को बिगाड़ती है।
- रोजाना कम से कम 7–8 घंटे की नींद लें।
- रात को सोने से पहले स्क्रीन (मोबाइल/टीवी) से दूरी बनाएं।
- नींद का समय फिक्स करने की आदत डालें।
मेडिकल चेकअप और लाइफस्टाइल बैलेंस
- नैचुरल तरीके असरदार हैं, लेकिन डॉक्टर की सलाह भी जरूरी है।
- नियमित रूप से हॉर्मोन और ब्लड शुगर टेस्ट कराते रहें।
- किसी भी लक्षण (जैसे अचानक वजन बढ़ना, बहुत ज्यादा हेयर ग्रोथ या लगातार पीरियड्स मिस होना) पर तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें।
जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव जैसे समय पर खाना, समय पर सोना और एक्टिव रहना, पीसीओएस को कंट्रोल करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं।
पीसीओएस कोई ऐसी समस्या नहीं है जिसे सिर्फ दवा से ही संभाला जा सके। अगर महिलाएं अपनी डाइट, एक्सरसाइज, नींद और स्ट्रेस लेवल पर ध्यान दें, तो बिना दवा भी काफी हद तक राहत मिल सकती है। डॉ. और रिसर्च भी यही कहते हैं कि नैचुरल तरीकों से जीवनशैली में सुधार कर पीसीओएस को कंट्रोल करना पूरी तरह संभव है।
(Disclaimer): इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। हरिभूमि इसकी पु्ष्टि नहीं करता, यह किसी भी तरह से चिकित्सीय, स्वास्थ्य, या विशेषज्ञ परामर्श का विकल्प नहीं है। किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या या उपचार के लिए हमेशा अपने डॉक्टर या योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लें।
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