Frozen Shoulder: फ्रोज़न शोल्डर की वजह से परेशान हैं? इन तरीकों से मिल सकती है राहत
Frozen Shoulder: फ्रोजन शोल्डर एक बहुत आम समस्या है, जिसमें कंधे में दर्द, जकड़न का एहसास होता है। इस परेशानी से कुछ घरेलू उपाय राहत दिला सकते हैं।
फ्रोज़न शोल्डर से राहत पाने के उपाय।
Frozen Shoulder: कंधे में लगातार दर्द, जकड़न और हाथ उठाने में परेशानी ये सभी फ्रोज़न शोल्डर की आम समस्याएं हैं। आजकल गलत पोस्चर, लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठना और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। कम उम्र के लोग भी इस समस्या का शिकार होने लगे हैं।
फ्रोज़न शोल्डर में कंधे की मूवमेंट सीमित हो जाती है, जिससे रोजमर्रा के काम भी मुश्किल लगने लगते हैं। हालांकि, कुछ आसान घरेलू उपाय, एक्सरसाइज और सही आदतों को अपनाकर दर्द और जकड़न से काफी हद तक राहत पाई जा सकती है।
फ्रोज़न शोल्डर में राहत दिलाने वाले उपाय
हल्की स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज: फ्रोज़न शोल्डर में नियमित स्ट्रेचिंग बेहद फायदेमंद मानी जाती है। पेंडुलम एक्सरसाइज और वॉल क्लाइंबिंग जैसी हल्की गतिविधियां कंधे की मूवमेंट बढ़ाने में मदद करती हैं। रोजाना धीरे-धीरे स्ट्रेच करने से जकड़न कम होती है और दर्द में राहत मिलती है।
गर्म और ठंडी सिकाई: कंधे पर गर्म और ठंडी सिकाई करना दर्द कम करने का आसान तरीका है। गर्म सिकाई मांसपेशियों को रिलैक्स करती है, जबकि ठंडी सिकाई सूजन को कम करती है। दिन में 1-2 बार 10-15 मिनट तक सिकाई करने से आराम महसूस होता है।
सही पोश्चर अपनाएं: गलत बैठने और सोने का तरीका फ्रोज़न शोल्डर की समस्या को बढ़ा सकता है। हमेशा सीधी पीठ के साथ बैठें और कंधों को ढीला रखें। मोबाइल या लैपटॉप इस्तेमाल करते समय झुककर बैठने से बचें, ताकि कंधों पर अतिरिक्त दबाव न पड़े।
हल्की मालिश से राहत: सरसों या तिल के तेल से कंधे की हल्की मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इससे मांसपेशियों की जकड़न कम होती है और दर्द में धीरे-धीरे राहत मिलती है। रात को सोने से पहले मालिश करना ज्यादा फायदेमंद माना जाता है।
नियमित फिजिकल एक्टिविटी: पूरी तरह आराम करना फ्रोज़न शोल्डर में नुकसानदायक हो सकता है। हल्की वॉक, योग और कंधे की हलचल बनाए रखने वाली एक्सरसाइज जरूरी होती हैं। इससे कंधा जाम नहीं होता और रिकवरी की प्रक्रिया तेज हो सकती है।
डाइट और हाइड्रेशन पर ध्यान: पोषक तत्वों से भरपूर डाइट मांसपेशियों और जोड़ों के लिए जरूरी होती है। कैल्शियम, विटामिन-डी और प्रोटीन युक्त आहार लेने से रिकवरी में मदद मिलती है। साथ ही, पर्याप्त पानी पीने से शरीर में सूजन कम हो सकती है।
(Disc।aimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी डॉक्टर/विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।)
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