Health Tips: दाल खाने से मिल जाता है पूरा प्रोटीन? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट

Health Tips: दाल अकेले पूरा प्रोटीन नहीं देती, लेकिन इसके साथ कुछ चीजें मिला लेंगे तो फायदा हो सकता है। इसलिए जानें इस पर एक्सपर्ट क्या सलाह देते हैं।

Updated On 2025-10-17 22:00:00 IST

दाल खाने से प्रोटीन पूरा मिलता है या नहीं? (Image: grok)

Health Tips: हमारे शरीर के लिए प्रोटीन बहुत जरूरी है। यह हमारी मांसपेशियों, हड्डियों, त्वचा और इम्यून सिस्टम के लिए अत्यंत आवश्यक है। लेकिन अक्सर यह भ्रम फैल जाता है कि केवल दाल खाने से ही शरीर को पूरा प्रोटीन मिल जाता है। कई लोग दाल को पूरी तरह प्रोटीन का स्रोत मान लेते हैं, जबकि वास्तविकता इससे थोड़ी अलग है।

डायटीशियन दीप शिखा बताती हैं कि दाल पूरी तरह से प्रोटीन स्रोत नहीं है। पूरा प्रोटीन वह होता है जिसमें सभी 20 अमीनो एसिड मौजूद हों। लेकिन दाल में कुछ अमीनो एसिड नहीं होते, जो चावल में होते हैं। इसलिए दाल और चावल का संयोजन खाने से यह पूरा प्रोटीन बन सकता है।

दरअसल, दाल भारतीय रसोई की शान है। यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पोषण से भरपूर भी है। दालों में प्रोटीन की मात्रा अच्छी होती है, जो शरीर को ऊर्जा देने और मांसपेशियों के निर्माण में मदद करती है। मूंग, मसूर, चना और अरहर जैसी दालों में लगभग प्रोटीन होता, लेकिन इसकी मात्रा काफी कम होती है।

पूरा प्रोटीन क्या होता है?

पूरा प्रोटीन वह होता है जिसमें सभी 20 प्रकार के अमीनो एसिड मौजूद हों। इनमें से कुछ अमीनो एसिड शरीर स्वयं नहीं बना सकता और इन्हें भोजन से लेना जरूरी होता है। दाल में कुछ आवश्यक अमीनो एसिड की कमी होती है, जबकि चावल और कुछ अन्य खाद्य पदार्थों में ये मौजूद होते हैं। यही कारण है कि दाल और चावल का संयोजन खाने से शरीर को सभी आवश्यक अमीनो एसिड मिल जाते हैं और प्रोटीन की कमी नहीं रहती।

दाल के साथ अन्य प्रोटीन स्रोत

यदि आप शाकाहारी हैं तो दाल के साथ अनाज, मूंगफली, सोयाबीन या दूध को भोजन में शामिल करके अपने प्रोटीन की पूर्ति कर सकते हैं। वहीं जो मांसाहारी हैं, उनके लिए अंडा और मछली सबसे अच्छा विकल्प हैं। अंडा और मछली में सभी आवश्यक अमीनो एसिड मौजूद होते हैं और यह शरीर को पूरी तरह प्रोटीन देते हैं। यदि आप दाल के साथ अंडा या मछली का सेवन करें, तो शरीर को संपूर्ण प्रोटीन मिल जाता है और मांसपेशियों का विकास भी बेहतर होता है।

दाल खाने के फायदे

  • हृदय के लिए लाभकारी: दालों में फाइबर अधिक होता है, जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
  • पाचन में मददगार: दालें पाचन तंत्र को मजबूत करती हैं और कब्ज जैसी समस्या से राहत देती हैं।
  • ऊर्जा का स्रोत: दालें शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा देती हैं।
  • मांसपेशियों की मजबूती: प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा से मांसपेशियां मजबूत होती हैं और थकान कम महसूस होती है।

दाल का सेवन कैसे और कितनी मात्रा में करें

  • रोजाना लगभग 1 कप उबली हुई दाल खाना पर्याप्त होता है।
  • दाल में सब्जियां मिलाकर खाने से भोजन और अधिक संतुलित बनता है।
  • दाल को हल्की आंच पर पकाएं ताकि पोषण तत्वों का नुकसान न हो।
  • नमक और मसालों का संतुलित प्रयोग करें, ज्यादा तेल का इस्तेमाल न करें।

दाल हमारे भोजन का अहम हिस्सा है और यह प्रोटीन का अच्छा स्रोत जरूर है, लेकिन अकेले दाल खाने से शरीर को पूरा प्रोटीन नहीं मिलता। संतुलित आहार में दाल को अनाज, अंडा या मछली जैसे प्रोटीन स्रोतों के साथ मिलाना आवश्यक है। डायटीशियन दीप शिखा के अनुसार, यदि दाल का सही संयोजन किया जाए, तो यह शरीर के लिए संपूर्ण प्रोटीन का स्रोत बन सकती है। इस तरह से हमारी सेहत बनी रहती है, मांसपेशियां मजबूत होती हैं और रोगों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ती है। लेकिन दाल अकेले पर्याप्त नहीं, उसका सही संयोजन ही शरीर के लिए सम्पूर्ण प्रोटीन सुनिश्चित करता है।

(Disclaimer): ये लेख सामान्य जानकारी के लिए दिया गया है। हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता, अगर आपको किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्या है तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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