Parenting Tips: बच्चा बात-बात पर करता है बहस? 6 तरीकों से डालें सुनने की आदत, दिखेगा बदलाव

Parenting Tips: कई बच्चों की आदत बेवजह बहस करने की होती है। इस स्थिति से निपटने के लिए पैरेंट्स 6 तरीके इस्तेमाल कर सकते हैं।

Updated On 2025-07-11 15:23:00 IST

बच्चों की बेवजह बहस की आदत छुड़ाने के टिप्स।

Parenting Tips: बच्चों का जिज्ञासु होना एक अच्छी बात है, लेकिन जब वे हर बात में बेवजह बहस करने लगें तो यह पैरेंट्स के लिए चिंता का सबब बन जाता है। बात-बात पर बहस करने वाले बच्चे ना सिर्फ खुद स्ट्रेस में रहते हैं बल्कि घर का माहौल भी इससे प्रभावित होता है। कई बार यह व्यवहार भविष्य में अनुशासनहीनता या जिद की आदत में बदल सकता है।

ऐसे में जरूरी है कि माता-पिता धैर्य और समझदारी से काम लें। बच्चे को डांटने या चुप कराने की बजाय अगर सही तरीके से संवाद किया जाए तो उसमें सुनने की आदत डाली जा सकती है। आइए जानते हैं ऐसे 6 कारगर उपाय जो बच्चे की सुनने की क्षमता को बेहतर बनाएंगे और उसे बहस की आदत से दूर रखेंगे।

1. खुद सुनना शुरू करें

बच्चा तभी सुनना सीखता है जब वह देखता है कि उसे गंभीरता से सुना जा रहा है। जब आप उसकी बात ध्यान से सुनेंगे, तो वह खुद भी आपकी बातें समझने की कोशिश करेगा। इससे संवाद बेहतर होता है और बहस की जरूरत नहीं पड़ती।

2. बहस को तर्क में बदलें

जब बच्चा किसी बात पर बहस करे, तो उसे डांटने की बजाय शांति से पूछें कि वह ऐसा क्यों सोचता है। उसे अपने विचार रखने दें और फिर अपना तर्क दें। इससे वह सीखेगा कि असहमति भी शालीनता से जताई जा सकती है।

3. स्पष्ट नियम और सीमाएं तय करें

अगर बच्चा हर चीज़ पर सवाल उठाता है, तो जरूरी है कि आप कुछ स्पष्ट नियम तय करें। उन्हें बताएं कि किन बातों पर चर्चा की जा सकती है और किन बातों पर नहीं। सीमाएं तय होंगी तो बहस की गुंजाइश कम होगी।

4. गुस्से में न दें प्रतिक्रिया

जब बच्चा बहस करे तो तुरंत प्रतिक्रिया देने की बजाय शांत रहें। अगर आप भी गुस्से में प्रतिक्रिया देंगे तो मामला और बिगड़ सकता है। संयम दिखाना बच्चे के व्यवहार को सुधारने की कुंजी है।

5. रोल मॉडल बनें

बच्चे वही करते हैं जो वे अपने माता-पिता से सीखते हैं। अगर घर में कोई भी बात बहस या चिल्लाकर की जाती है, तो बच्चा भी वैसा ही व्यवहार करेगा। शांत, तर्कपूर्ण और पॉजिटिव बातचीत बच्चे को सुनने के लिए प्रेरित करती है।

6. प्रशंसा और इनाम की तकनीक अपनाएं

जब बच्चा शांत रहकर आपकी बात सुने, तो उसकी तारीफ करें। इससे वह महसूस करेगा कि सुनना एक अच्छी बात है और उसकी सराहना होती है। कभी-कभी उसकी पसंद की चीज़ देकर प्रेरित भी किया जा सकता है।

बच्चों की बहस करने की आदत को बंद करना एक रात का काम नहीं है, लेकिन अगर सही तरीके से संवाद किया जाए और उन्हें सुनना सिखाया जाए, तो वे न सिर्फ अच्छे श्रोता बनते हैं, बल्कि ज्यादा समझदार और अनुशासित भी बनते हैं।

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