Bay Leaves Benefits: खाने की खुशबू बढ़ाने वाला यह पत्ता है सेहत का खज़ाना, जान लें 6 फायदे

Bay Leaves Benefits: तेजपत्ता का इस्तेमाल खाने का जायका बदलने और खुशबू के लिए किया जाता है। हालांकि, इसमें मौजूद औषधीय गुण स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होते हैं।

Updated On 2025-11-02 12:20:00 IST

तेजपत्ता सेवन के 6 बड़े फायदे।

Bay Leaves Benefits: रसोई में इस्तेमाल होने वाला तेजपत्ता सिर्फ खाने का स्वाद और खुशबू बढ़ाने के लिए नहीं होता, बल्कि यह सेहत का एक बेहतरीन स्रोत भी है। आयुर्वेद में तेजपत्ते को एक औषधीय पत्ता माना गया है, जिसमें विटामिन ए, सी, कैल्शियम, पोटैशियम और आयरन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसकी खुशबू जितनी लाजवाब होती है, उतने ही इसके फायदे भी असरदार हैं।

अक्सर लोग इसे केवल बिरयानी या दाल में स्वाद के लिए डालते हैं, लेकिन अगर आप इसके हर्बल फायदों को जान लें, तो इसे अपनी डाइट में ज़रूर शामिल करेंगे। चलिए जानते हैं तेजपत्ता खाने के 6 बड़े फायदे, जो आपके दिल से लेकर पाचन और त्वचा तक को रखेंगे हेल्दी।

तेजपत्ता सेवन के बड़े फायदे

ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखता है: तेजपत्ता डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें मौजूद पॉलीफिनॉल और एंटीऑक्सीडेंट्स ब्लड शुगर लेवल को बैलेंस रखने में मदद करते हैं। इसे नियमित रूप से डाइट में शामिल करने से इंसुलिन की कार्यक्षमता भी बढ़ती है।

इम्यूनिटी करता है स्ट्रॉन्ग: तेजपत्ता में विटामिन सी और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। यह सर्दी-जुकाम, वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण से बचाव में मदद करता है।

हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद: तेजपत्ता शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है।

पाचन को रखता है दुरुस्त: अगर आपको गैस, एसिडिटी या बदहजमी की समस्या है, तो तेजपत्ते का काढ़ा पीना बहुत लाभदायक है। यह डाइजेस्टिव सिस्टम को एक्टिव रखता है और पेट की जलन में राहत देता है।

स्किन और हेयर के लिए भी बेस्ट: तेजपत्ते का पानी स्किन इंफेक्शन और पिंपल्स को कम करने में मदद करता है। वहीं, बालों के लिए इसका इस्तेमाल डैंड्रफ हटाने और हेयर ग्रोथ बढ़ाने में किया जा सकता है।

स्ट्रेस कम करने में मददगार: तेजपत्ते की खुशबू में ऐसे गुण होते हैं जो दिमाग को रिलैक्स करते हैं। इसका एरोमा तनाव और थकान को कम करता है। यही वजह है कि इसे अरोमाथेरेपी में भी यूज़ किया जाता है।

(Disc।aimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी डॉक्टर/विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।)

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(लेखक:कीर्ति)

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