Lungs Health: 5 वजहों से कमजोर हो जाते हैं फेफड़े, मजबूती देने के लिए करें ये घरेलू उपाय

Lungs Health: फेफड़े कमजोर होने के कई कारण हो सकते हैं। इन्हें मजबूती देने के लिए कुछ घरेलू उपाय काम आ सकते हैं।

Updated On 2025-07-17 15:47:00 IST
फेफड़े कमजोर होने के कारण।

Lungs Health: फेफड़े हमारे शरीर के सबसे अहम अंगों में से एक हैं, जो सांस के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाने और कार्बन डाइऑक्साइड बाहर निकालने का काम करते हैं। लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी, बढ़ता प्रदूषण, और अस्वस्थ आदतें फेफड़ों की सेहत पर बुरा असर डाल रही हैं। लगातार खांसी, थकावट, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण इस ओर इशारा करते हैं कि आपके लंग्स कमजोर हो सकते हैं।

अगर समय रहते फेफड़ों की सेहत का ध्यान न दिया जाए तो अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, फेफड़े सिकुड़ने जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। लेकिन अच्छी बात यह है कि कुछ आसान घरेलू उपाय और जीवनशैली में बदलाव लाकर फेफड़ों को फिर से मजबूत बनाया जा सकता है। आइए जानते हैं फेफड़ों के कमजोर होने के कारण और उन्हें स्वस्थ बनाए रखने के उपाय।

फेफड़े कमजोर होने के मुख्य कारण:

धूम्रपान (Smoking): सिगरेट या बीड़ी का सेवन फेफड़ों की कार्यक्षमता को तेजी से घटाता है और कोशिकाएं खराब करता है।

प्रदूषित हवा का संपर्क: रोजाना धूल, धुएं या गाड़ियों के धुएं के बीच रहना लंग्स की सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है।

शारीरिक गतिविधि की कमी: एक्सरसाइज न करना फेफड़ों की क्षमता घटा देता है, जिससे शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती।

अस्वास्थ्यकर खानपान: विटामिन-C, एंटीऑक्सीडेंट और प्रोटीन की कमी फेफड़ों की कार्यक्षमता घटा सकती है।

अनियमित जीवनशैली और नींद की कमी: यह इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है, जिससे लंग्स जल्दी प्रभावित होते हैं।

फेफड़ों को मजबूत बनाने के उपाय:

गहरी सांस लेने की एक्सरसाइज करें: प्राणायाम, अनुलोम-विलोम और कपालभाति जैसी योग क्रियाएं लंग्स की क्षमता बढ़ाती हैं।

धूम्रपान से दूरी बनाएं: तुरंत स्मोकिंग छोड़ना लंग्स को डिटॉक्स करने की दिशा में पहला कदम है।

भाप लेना (Steam Inhalation): हफ्ते में 2-3 बार भाप लेने से बलगम निकलता है और सांस लेना आसान होता है।

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर डाइट लें: आंवला, नींबू, हल्दी, अदरक, ग्रीन टी फेफड़ों को संक्रमण से बचाते हैं।

खुली हवा में वॉक करें: रोज सुबह ताजगी भरी हवा में टहलने से लंग्स को बेहतर ऑक्सीजन मिलती है।

(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)

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