Parenting Tips: छोटी-छोटी बातों पर मायूस हो जाता है बच्चा? 5 तरीकों से बूस्ट करें कॉन्फिडेंस
Parenting Tips: कई बच्चे बहुत प्रतिभाशाली होते हैं, लेकिन थोड़ी सी परेशानी ही उनका कॉन्फिडेंस हिला देती है। ऐसे में कुछ आसान टिप्स उनका आत्मविश्वास लौटाने में मदद कर सकती है।
बच्चे का कॉन्फिडेंस बढ़ाने के टिप्स।
Parenting Tips: कई बच्चे अक्सर छोटी-छोटी समस्याओं के सामने आने पर अपना कॉन्फिडेंस खो देते हैं। प्रतिभाशाली होने के बावजूद उनका मायूस हो जाना आम समस्या रहती है। ऐसे में पैरेंट्स के लिए जरूरी है कि वे अलग-अलग तरीके अपनाकर बच्चे का कॉन्फिडेंस बूस्ट करें। पढ़ाई का प्रेशर, सोशल मीडिया का प्रभाव, और पैरेंट्स की उम्मीदे ये सभी चीजें कभी-कभी बच्चों के मन में असफलता का डर और आत्मसम्मान की कमी पैदा कर देती हैं।
ऐसी सूरत में माता-पिता की भूमिका बेहद अहम हो जाती है। अगर सही समय पर बच्चे की भावनाओं को समझा जाए और उन्हें सही गाइडेंस दिया जाए, तो उसका कॉन्फिडेंस फिर से लौट सकता है।
5 टिप्स की मदद से बढ़ाएं कॉन्फिडेंस
हर छोटी कोशिश की सराहना करें: बच्चों को सिर्फ उनके रिजल्ट के लिए नहीं, बल्कि उनकी कोशिशों के लिए भी सराहना मिलनी चाहिए। जब आप पॉजिटिव शब्दों का इस्तेमाल करते हैं, तो बच्चा खुद को महत्व देता है। इससे उसे ये अहसास होता है कि गलती करना गलत नहीं, बल्कि कुछ करने की हिम्मत रखना सबसे बड़ी बात है।
तुलना करने से बचें: कई माता-पिता अनजाने में अपने बच्चे की तुलना उसके दोस्तों, रिश्तेदारों या भाई-बहनों से कर बैठते हैं। यह आदत बच्चों में हीन भावना और निराशा भर देती है। हर बच्चा अलग होता है और उसकी क्षमताएं भी। तुलना के बजाय उसकी ताकत को पहचानें और उसमें निखार लाने की कोशिश करें।
बच्चा जो कहे, उसे ध्यान से सुनें: बच्चे की बातें सुनना बहुत मायने रखता है। जब आप बिना टोके, ध्यान से उसकी बात सुनते हैं, तो बच्चा खुलकर अपनी भावनाएं और विचार साझा करता है। इससे उसके भीतर आत्मविश्वास और भावनात्मक मजबूती दोनों विकसित होती हैं।
फैसले लेने का मौका दें: जब आप बच्चे को उसकी उम्र के अनुसार छोटे-छोटे फैसले लेने का मौका देते हैं, जैसे कि क्या पहनना है, कौन-सी एक्टिविटी करना है, तो उसका आत्मनिर्भरता पर विश्वास बढ़ता है। ये फैसले भले ही छोटे हों, लेकिन उससे आत्मविश्वास में बड़ा इजाफा होता है।
खुद बनें रोल मॉडल: बच्चे अपने माता-पिता को देखकर बहुत कुछ सीखते हैं। अगर आप खुद आत्मविश्वास से भरे, पॉजिटिव सोच वाले और शांत रहते हैं, तो बच्चा भी वही गुण अपनाता है। आपके व्यवहार का असर उसके सोचने और प्रतिक्रिया देने के तरीके पर पड़ता है।
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