यूपी में 'मिशन शक्ति 5.0' का महाआगाज़! सीएम योगी ने महिलाओं को दी सुरक्षा और सम्मान की गारंटी
मिशन शक्ति' का यह पांचवा चरण प्रदेश में महिलाओं के लिए एक सुरक्षित वातावरण तैयार करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी कदम है।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को सुनिश्चित करने के लिए 'मिशन शक्ति' का पाँचवाँ चरण शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज, लखनऊ के लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम में इस महाअभियान का शुभारंभ किया। यह अभियान अगले 30 दिनों तक चलेगा और इसमें महिला सशक्तिकरण से जुड़ी कई महत्वपूर्ण योजनाएं और पहल शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य एक ऐसा समाज बनाना है, जहाँ हर बेटी और हर महिला पूरी तरह सुरक्षित महसूस करे और अपने सपनों को पूरा कर सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि "महिलाओं का सम्मान और उनकी सुरक्षा हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमने हर बेटी को स्कूल भेजने का संकल्प लिया है, और अब हम यह सुनिश्चित करेंगे कि वह सुरक्षित रूप से स्कूल जाए और वापस आए। 'मिशन शक्ति' का यह पांचवा चरण एक नई शुरुआत है, जो उत्तर प्रदेश की महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा। यह अभियान उत्तर प्रदेश को देश में महिला सशक्तिकरण का एक मॉडल राज्य बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ महिला कल्याण मंत्री बेबी रानी मौर्य भी मौजूद रहीं।
क्या है उत्तर प्रदेश सरकार का मिशन शक्ति?
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता बनाने के लिए 17 अक्टूबर, 2020 को इस अभियान की शुरुआत की थी। यह अभियान कई चरणों में चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य सिर्फ पुलिस के माध्यम से अपराध रोकना नहीं, बल्कि एक महिलाओं के प्रति सामाजिक बदलाव भी करना है, जिसमें हर सर्व समाज की भागीदारी हो।
जागरूकता अभियान: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों पर स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों और सुरक्षा के बारे में जागरूक किया जाएगा।
पुलिस बल की भूमिका: एंटी-रोमियो स्क्वाड को अधिक प्रभावी बनाया गया है, और पिंक बूथ और महिला बीट मे और अधिक नियुक्त की जाएगी ताकि महिलाओं की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई हो सके।
हेल्पलाइन सेवाएं: महिलाओं कि सुरक्षा के प्रति सरकार ने अभूतपूर्व प्रयास किया है और 1090 (महिला हेल्पलाइन) और 112 (आपातकालीन सेवा) जैसी हेल्पलाइन सेवाओं को मजबूत किया है, और रिस्पांस टाइम को भी बहुत काम किया।
आत्मरक्षा का प्रशिक्षण: यूपी पुलिस तमाम सभी संस्थाओं और स्कूल कॉलेज के साथ समन्वय बनाकर बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षित करेगी, जिसमें उन्हें जूडो कराटे के साथ-साथ शारीरिक रूप से आत्मरक्षा संबंधित ट्रिक बताएगी ।
आर्थिक स्वावलंबन: सुरक्षा के साथ-साथ, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना भी इस अभियान का एक मुख्य हिस्सा है। राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं, जैसे कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना और मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा महिलाओं तक पहुंचाया जाएगा। महिला स्वयं सहायता समूहों को वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा ताकि वे अपने व्यवसाय शुरू कर सकें। सरकार का लक्ष्य है कि हर महिला अपने पैरों पर खड़ी हो सके और आर्थिक रूप से किसी पर निर्भर न रहे।
नवरात्रि में और भी सशक्त होगा 'मिशन शक्ति'
उत्तर प्रदेश में चल रहे 'मिशन शक्ति 5.0' अभियान के तहत इस बार दुर्गा पूजा और नवरात्रि के दौरान महिलाओं की सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरती जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर, पुलिस और प्रशासन ने भीड़-भाड़ वाले पूजा पंडालों, मंदिरों और बाजारों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस दौरान, महिला पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में भी तैनात रहेंगी और छेड़छाड़ जैसी घटनाओं को रोकने के लिए सक्रिय रूप से काम करेंगी, सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जाएगी।