College Fee 2025: MBA, BEd, LLB और इंजीनियरिंग करना चाहते हैं? हर कोर्स की फीस तय; देखें लिस्ट
मध्यप्रदेश में प्रवेश और फीस विनियामक समिति ने 2025-26 के लिए इंजीनियरिंग, MBA, MTech, BEd, LLB और LLM की फीस तय की है। जानें कितनी फीस लगेगी होगी।
मध्य प्रदेश में MBA, BEd, LLB और इंजीनियरिंग हर कोर्स की फीस तय; देखें लिस्ट
MP College Fee 2025: प्रवेश और फीस विनियामक समिति (AFRC) ने मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा संस्थानों की सत्र 2025-26, 2026-27 और 2027-28 के लिए फीस निर्धारित कर दी है। इस बार इंजीनियरिंग, MBA, MTech, BEd, LLB और LLM जैसे प्रमुख कोर्स की सालाना फीस को अंतिम रूप दिया गया है।
मध्यप्रदेश के बीबीए और बीसीए के 500 और इंजीनियरिंग के 250 कॉलेज हैं। इंजीनियरिंग की फीस 40 हजार से 67 हजार, एमटेक की फीस 62 हजार फिक्स की गई है। जबकि, बीएड के ₹32,000 से ₹45,000 और एलएलबी के 28,500 से 45,000 तक शुल्क देनी होगी। 250 बीसीए और बीबीए कॉलेजों ने भी फीस निर्धारण का प्रस्ताव भेजा है।
College Fee 2025: कोर्सवार फीस विवरण (2025-28)
कोर्स | न्यूनतम फीस (₹) / सालाना | अधिकतम फीस (₹)/ सालाना |
बीटेक/बीई | ₹40,000 | ₹67,000 |
एमबीए | ₹40,000 | ₹67,000 |
एमटेक | ₹62,000 | ₹62,000 (फिक्स) |
बीएड | ₹32,000 | ₹45,000 |
एलएलबी/बीएएलएलबी | ₹23,000 | ₹30,000 |
एलएलएम | ₹28,500 | ₹45,000 |
इन कॉलेजों की फीस तय नहीं
करीब 50 इंजीनियरिंग कॉलेजों ने अब तक अपनी बैलेंस शीट AFRC को नहीं सौंपी, जिस कारण उनकी फीस तय नहीं हो पाई । ऐसे कॉलेज काउंसलिंग प्रक्रिया में शामिल नहीं होंगे, यानी वे नए छात्रों को प्रवेश नहीं दे पाएंगे। फीस कमेटी ने साफ कर दिया है कि अब उन पर सख्ती की जाएगी।
75% इंजीनियरिंग कॉलेजों की फीस तय
फीस कमेटी के ओएसडी डॉ. देव आनंद हिंडोलिया ने बताया कि करीब 75% इंजीनियरिंग कॉलेजों की फीस निर्धारित कर दी गई है। शेष कॉलेजों को जल्द बैलेंस शीट जमा कराने के लिए कहा गया है। अन्यथा पुराने डेटा के आधार पर फीस तय कर दी जाएगी।
BBA और BCA की फीस जल्द तय होगी
मध्यप्रदेश में बीबीए और बीसीए कोर्स 500 कॉलेजों में संचालित हो रहे हैं। इनमें से 250 कॉलेजों ने फीस निर्धारण का प्रस्ताव भेजा है। उनकी फीस पर मंगलवार को निर्णय लिया जाएगा।
कॉलेज फीस का निर्धारण क्यों जरूरी?
- छात्रों को स्पष्ट जानकारी मिलती है कि किस कॉलेज में कितनी फीस है।
- प्रवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता और समानता सुनिश्चित होती है।
- कॉलेजों पर वित्तीय उत्तरदायित्व का दबाव बनता है।
छात्रों और अभिभावकों को मिलेगी राहत
मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षा की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए फीस निर्धारण महत्त्वपूर्ण प्रक्रिया है। AFRC द्वारा तय की गई यह फीस छात्रों और अभिभावकों के लिए योजनाबद्ध और बजट अनुसार, प्रवेश का रास्ता आसान करती है। जो कॉलेज अब भी अपनी बैलेंस शीट नहीं भेज रहे हैं, वे व्यवस्था से बाहर हो जाएंगे।