Paytm: क्या 31 अगस्त से पेटीएम UPI बंद हो जाएगा? एक नोटिफिकेशन से बढ़ी उलझन; कंपनी क्या बोली?

Paytm UPI: गूगल प्ले की तरफ से आई हालिया नोटिफिकेशन ने पेटीएम यूजर्स को डरा दिया कि अब उनका पेटीएम यूपीआई काम नहीं करेगा। हालांकि, कंपनी ने इस पर सफाई पेश की है।

Updated On 2025-08-30 17:02:00 IST

गूगल नोटिफिकेशन को लेकर पेटीएम की सफाई आई है। 

Paytm UPI: गूगल प्ले की तरफ से आए एक नोटिफिकेशन के बाद सोशल मीडिया पर ये बात तेजी से फैली कि 31 अगस्त से पेटीएम यूपीआई बंद हो जाएगा। इससे लोगों में घबराहट फैल गई। लेकिन, पेटीएम ने साफ किया है कि एकमुश्त यूपीआई पेमेंट्स से पैसे भेजने और लेने पर किसी तरह असर नहीं पड़ेगा। सिर्फ सब्सक्रिप्शन या ऑटो-डेबिट पेमेंट्स (जैसे यूट्यूब प्रीमियम, गूगल वन स्टोरेज) में बदलाव होगा।

कंपनी के मुताबिक, अगर कोई यूजर पहले @paytm हैंडल से रिकरिंग पेमेंट (हर महीने ऑटोमैटिक कटने वाली राशि) करता था, तो अब उसे अपने बैंक-लिंक्ड नए यूपीआई हैंडल पर शिफ्ट करना होगा।

क्या करना होगा यूजर्स को?

मान लीजिए आपका यूपीआई आईडी पहले suresh@paytm था, तो अब यह suresh@pthdfc या suresh@ptsbi जैसा हो जाएगा। यानी सिर्फ हैंडल बदलेगा, बाक़ी सब पहले जैसा चलता रहेगा।

पेटीएम ने जोर देकर कहा है कि कंज्यूमर और मर्चेंट पेमेंट्स बिना किसी रुकावट के चलेंगे। इस बदलाव का मकसद सिर्फ रिकरिंग पेमेंट्स को नए यूपीआई हैंडल पर शिफ्ट करना है, ताकि नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के नियमों के मुताबिक सब कुछ बिना किसी बाधा के हो जाए।

गूगल प्ले नोटिफिकेशन से क्यों मची थी घबराहट?

गूगल प्ले ने हाल ही में यूजर्स को नोटिफिकेशन भेजा था कि 31 अगस्त 2025 तक पेटीएम के @paytm यूपीआई हैंडल बंद हो जाएंगे। नोटिफिकेशन में लिखा था कि 1 सितंबर 2025 से @paytm हैंडल मान्य नहीं होंगे। यही मैसेज यूजर्स के बीच पैनिक की वजह बना, क्योंकि ऐसा लगा मानो पेटीएम से यूपीआई पेमेंट्स ही बंद हो जाएंगे।

क्या हैं विकल्प?

अगर आप पेटीएम यूपीआई से सब्सक्रिप्शन पेमेंट कर रहे हैं, तो अब आपको अपने रिकरिंग पेमेंट्स को नए पेटीएम यूपीआई आईडी (जैसे @pthdfc या @ptsbi) पर अपडेट करें। चाहें तो रिकरिंग पेमेंट्स गूगल पे, फोनपे या किसी अन्य यूपीआई ऐप से करें। डेबिट/क्रेडिट कार्ड से भी सब्सक्रिप्शन पेमेंट कर सकते हैं।

पेटीएम के मुताबिक, यह बदलाव एनपीसीआई की मंजूरी के बाद किया जा रहा क्योंकि अब कंपनी को थर्ड पार्टी एप्लीकेशन प्रोविडर के तौर पर काम करने की मंजूरी मिली है। इससे यूजर्स को ज्यादा सुरक्षित और बेहतर सर्विस मिलेगी। यानी, डरने की कोई बात नहीं है। यूपीआई से रोज़मर्रा के पेमेंट्स पहले की तरह चलते रहेंगे।

(प्रियंका कुमारी)

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