Inactive Bank Account: 2 साल तक बैंक खाता नहीं चलाया तो क्या होगा? जानें RBI के नियम और खाते पर असर

Inactive bank account rules: 2 साल तक खाता न चलाने पर वह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नियमों के तहत डॉर्मेंट (निष्क्रिय) हो जाता है। डॉर्मेंट खाते में पैसे रहते हैं, ब्याज भी मिलता है लेकिन निकासी-ट्रांसफर पर रोक लग जाती है।

Updated On 2025-09-24 16:48:00 IST

2 साल तक बैंक खाता यूज नहीं किया तो क्या होता है। 

Inactive bank account rules: अक्सर लोग बैंक खाता खुलवा तो लेते हैं लेकिन सालों तक उसमें कोई लेन-देन नहीं होता है। यह गलती कभी-कभी भारी भी पड़ सकती है। भारतीय रिज़र्व बैंक के नियम साफ कहते हैं कि अगर किसी बैंक खाते में लगातार 12 महीने तक ग्राहक की तरफ से कोई लेन-देन नहीं हुआ, तो खाता इनएक्टिव यानी निष्क्रिय माना जाता है।

अगर यह स्थिति 24 महीने तक बनी रहती है, तो खाता डॉर्मेंट यानी निष्क्रिय/सुप्त खाता घोषित कर दिया जाता। आइए जानते हैं कि दो साल तक खाता न चलाने पर आपके बैंक अकाउंट का क्या होता है।

अकाउंट डॉर्मेंट होने पर क्या होता है?

जैसे ही खाता डॉर्मेंट होता है, बैंक उस पर कई तरह की पाबंदियां लगा देता है। आप एटीएम से पैसे नहीं निकाल पाएंगे। इसके अलावा आप इंटरनेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग से फंड ट्रांसफर नहीं कर सकेंगे और डेबिट कार्ड का इस्तेमाल भी बंद हो जाएगा। हालांकि, इसमें जमा धन पर ब्याज मिलता रहेगा और टैक्स रिफंड, डिविडेंड जैसी रकम खाते में क्रेडिट होती रहेगी। लेकिन जब तक खाता दोबारा एक्टिव नहीं होता, आप इसे पूरी तरह इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। यह कदम ग्राहकों की सुरक्षा और धोखाधड़ी रोकने के लिए उठाया जाता है।

खाते के निष्क्रिय होने के जोखिम क्या हैं?

डॉर्मेंट खाते में सबसे बड़ा खतरा ऑटो पेमेंट या डायरेक्ट डेबिट के रुक जाने का है। यानी आपके बिजली बिल, ईएमआई या किसी भी तरह की ऑटोमेटिक कटौती बंद हो जाएगी। अगर आपकी सैलरी या टैक्स रिफंड इसी खाते में आती है, तो वह भी अटक सकती है।

सबसे बड़ी दिक्कत तब होती है, जब खाता लंबे समय तक बिल्कुल न चलाया जाए। ऐसी स्थिति में बैंक उस रकम को डिपॉजिटर एजुकेशन एंड अवेयरनेंस फंड यानी डीएफ जैसी केंद्रीय निधि में ट्रांसफर कर देता है। हालांकि, खाताधारक या उनके वारिस दस्तावेज दिखाकर इस पैसे को बाद में क्लेम कर सकते हैं।

खाता दोबारा एक्टिव कैसे करें?

डॉर्मेंट खाता एक्टिव करना मुश्किल नहीं है लेकिन इसके लिए आपको बैंक जाना होगा। पहचान पत्र और पते का सबूत दिखाकर लिखित में खाता सक्रिय करने की अर्जी देनी होती है। कई बैंक नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग से भी यह सुविधा देते हैं, अगर नया KYC लिंक्ड हो। इसके बाद बैंक आपका खाता दोबारा सामान्य कर देगा।

खाते को डॉर्मेंट होने से कैसे बचाएं?

  • साल में कम से कम एक बार कोई लेन-देन जरूर करें।
  • चाहे 100 रुपये जमा करें या निकालें, यह खाते को सक्रिय रखेगा।
  • इंटरनेट बैंकिंग से बैलेंस चेक करना या पासबुक अपडेट करवाना भी खाता एक्टिव बनाए रखता है।

जरूरी सवाल-जवाब

सवाल: क्या डॉर्मेंसी का भी कोई चार्ज लगता है?

जवाब: नहीं, आम तौर पर बैंक कोई अलग चार्ज नहीं लगाते लेकिन एसएमएस अलर्ट या चेकबुक जैसी सुविधाएं बंद हो सकती हैं।

सवाल: क्या डॉर्मेंट खाते पर ब्याज मिलता है?

जवाब: हां, सेविंग अकाउंट पर ब्याज मिलता रहता है और वह खाते में जुड़ता रहता है।

सवाल: अगर खाता कई साल तक नहीं चला तो क्या होगा?

जवाब: ऐसी स्थिति में बैंक पैसे को अनक्लेम्ड डिपॉजिट फंड में भेज देता है, जिसे बाद में कागज़ात दिखाकर निकाला जा सकता है।

(प्रियंका कुमारी)

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