10 महीने में चांदी की कीमतें हुई दोगुनी: 86 हजार प्रति किलो से बढ़कर 1.75 लाख कीमत, एक्सपर्ट्स की क्या है राय
Silver prices: चांदी की कीमतें सातवें आसमान पर हैं। बीते 10 महीने में ही चांदी की कीमतें दोगुना तक बढ़ गई हैं। फिलहाल, सिल्वर को लेकर एक्सपर्ट्स की क्या है राय, आइए जानते हैं।
सिल्वर की कीमतें 10 महीने में दोगुनी हो चुकी। आगे का क्या रुख रहेगा।
Silver prices: सोना तो उछल ही रहा है लेकिन इस साल चांदी की चमक इतनी बढ़ी है कि हर कोई उससे हैरान है। इस साल चांदी की कीमतें दोगुनी से भी ज़्यादा बढ़कर 1.75 लाख प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। यह इतिहास में (इतने कम समय में) चांदी की कीमतों में सबसे बड़ी उछाल है। इसने सोने की तुलना में 36 फीसदी से ज़्यादा रिटर्न दिया है।
ऐसे में, कई लोग सोच रहे हैं कि चांदी की कीमतें इतनी तेज़ी से क्यों बढ़ रही? क्या यह चांदी खरीदने का सही समय है? चांदी में निवेश के सुरक्षित तरीके क्या हैं? आइए इन सभी सवालों का एक-एक जवाब जानते हैं।
चांदी की कीमतें दोगुनी होने की क्या वजहें हैं?
भारत दुनिया भर में चांदी के सबसे बड़े उपभोक्ता देशों में से एक है। दिवाली-धनतेरस के दौरान भारत में सोना और चांदी दोनों खरीदना शुभ माना जाता है। इसी वजह से दशहरे से शुरू हुए फेस्टिव सीजन से चांदी की मांग में तेजी आ गई है। इसके अलावा सिल्वर की इंडस्ट्रियल डिमांड भी ज्यादा है। सौर ऊर्जा से चलने नाले कारखानों में भी चांदी का काफी इस्तेमाल होता है। इसके अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इलेक्ट्रिक वाहनों में भी चांदी का उपयोग तेजी से बढ़ा है।
चांदी की मांग तो तेजी से बढ़ रही है लेकिन इसकी सप्लाय बाधित हो रही। पर्यावरणीय नियमों या खदानों के बंद होने के कारण कुछ देशों में नियोजित खनन में कमी आई है। इसके अलावा, लगभग 70 फीसदी चांदी, तांबे और जस्ता जैसी अन्य धातुओं के खनन के दौरान उप-उत्पाद के रूप में निकाली जाती है। जब तक तांबे का खनन नहीं बढ़ता, चांदी की आपूर्ति नहीं बढ़ सकती। मांग और आपूर्ति के बीच इस भारी अंतर के कारण, चांदी की कमी बनी हुई है और इसकी कीमतें आसमान छू रही हैं।
क्या इस समय चांदी में निवेश करना सही है?
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि चांदी की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं, इसलिए आक्रामक खरीदारी से बचना चाहिए। केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया ने कहा है कि चांदी पहले ही 100 फीसदी की बढ़त दिखा चुकी, इसलिए इस समय आक्रामक खरीदारी सही नहीं है। लेकिन लंबी अवधि में, खासकर सोने की तुलना में, चांदी की कीमत में तेज़ी से बढ़ोतरी होगी। उन्होंने 2025 की पहली छमाही से 2024 के अंत तक निवेश के लिए चांदी को पहली पसंद बताया था।
आप चांदी में कैसे निवेश कर सकते हैं?
चांदी में आप कई तरीकों से निवेश कर सकते हैं। एक तो है फिजिकल सिल्वर खरीदना जो सबसे सीधा तरीका है। आप बाजार में जाकर चांदी के सिक्के या उसका बार खरीद सकते हैं। चोरी और शुद्धता को लेकर जरूर चिंताएं रहती हैं, इसलिए आपको केवल बीआईएस सर्टिफाइड हॉलमार्क वाली चांदी ही खरीदनी चाहिए। आप इसे बैंको, ज्वेलर्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से खरीद सकते हैं।
इसके अलावा सिल्वर ईटीएफ भी निवेश का एक तरीका है। ये एक ऐसा फंड है जो चांदी की कीमतों में आधारित होता है। इसमें पैसा चांदी की कीमतों के अनुसार बढ़ता या घटता है। ये स्टॉक एक्सचेंज में शेयरों की तरह ट्रेड होते हैं। आपके पास एक डीमैट खाता होना चाहिए। चोरी या शुद्धता को लेकर कोई चिंता नहीं है।
वहीं, सिल्वर फ्यूचर्स ये एक ट्रेडिंग का तरीका है, जिसमें आप भविष्य की किसी तारीख को एक तय कीमत पर चांदी खरीदने या बेचने का एक कॉन्ट्रैक्ट करते हैं। ये मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर होता है। इसमें आप कम पैसा लगाकर मार्जिन के साथ अधिक मूल्य की चांदी खरीद या बेच सकते हैं, लेकिन इसमें जोखिम अधिक होता है।
(प्रियंका कुमारी)