Stock Market Today: लगातार तीसरे दिन गिरावट; सेंसेक्स 500 अंक फिसला, शेयर बाजार क्यों दबाव में?
Stock Market Today: भारतीय शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 500 अंक और निफ्टी 26050 से नीचे फिसल गया। एफआईआई की बिकवाली और रुपये के रिकॉर्ड लो के कारण ऐसा हुआ।
भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को बिकवाली का दबाव नजर आया।
Stock Market Today: भारतीय शेयर बाज़ार में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन गिरावट देखने को मिली। रुपये में कमजोरी,विदेशी निवेशकों की बिकवाली और निजी बैंकों में भारी प्रॉफिट बुकिंग ने निवेशकों की धारणा को कमजोर कर दिया। दोपहर 2 बजे के करीब सेंसेक्स 486 अंक टूटकर 85155 पर आ गया जबकि निफ्टी 142 अंकों की गिरावट के साथ 26032 के स्तर पर फिसल गया।
सोमवार को भी बाजार ऊंचाई छूने के बाद गिरावट में बंद हुआ था। सेंसेक्स दिन में 86159 के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बावजूद 64 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ। वहीं निफ्टी ने 26325 का लाइफटाइम हाई छूने के बाद कमजोरी दिखाई।
निफ्टी-50 के प्रमुख लूज़र्स में आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी लाइफ और इंटरग्लोब एविएशन रहे,जिनमें 2% तक की गिरावट आई। उधर, डॉ. रेड्डीज़ और एशियन पेंट्स जैसे दिग्गज शेयरों में 1% तक की बढ़त दिखी।
गिरावट की 4 बड़ी वजहें
रुपये में भारी कमजोरी
मंगलवार को रुपया 89.70 पर खुला और दिन में 89.92 के रिकॉर्ड लो स्तर तक फिसल गया। मजबूत डॉलर डिमांड, बढ़ते क्रूड ऑयल दाम और एफपीआई की बिकवाली रुपये पर भारी पड़ी। कमजोर रुपये का सीधा असर विदेशी निवेशकों की धारणा पर पड़ता है, जिससे इक्विटी मार्केट दबाव में आ जाता।
एफआईआई की लगातार बिकवाली
सोमवार को विदेशी निवेशकों ने 1171 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। यह इस महीने लगातार तीसरा सेशन था, जब एफआईआई सेलर बने रहे। बड़ी मात्रा में बिकवाली से बाज़ार की गति थम जाती है और सेंटीमेंट कमजोर पड़ता। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, बाज़ार रिकॉर्ड हाई पर होने के बावजूद निवेशक नए दामों पर खरीदारी नहीं कर रहे, जिससे मोमेंटम रुका हुआ।
ग्लोबल मार्केट से कमजोर संकेत
एशियाई बाज़ार जैसे शंघाई कंपोज़िट कमजोर दिखे जबकि अमेरिकी बाज़ार भी सोमवार को लाल निशान में बंद हुए। कमजोर ग्लोबल ट्रेडिंग से भारतीय बाज़ार में भी सतर्कता बढ़ी और निवेशक जोखिम लेने से बचते दिखे।
बैंकिंग शेयरों में गिरावट
प्राइवेट बैंक इंडेक्स में 0.4% तक की गिरावट आई। खासतौर पर एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक जैसे हैवीवेट्स पर दबाव रहा क्योंकि निफ्टी बैंक के वेटेज में बदलाव किए जा रहे। सेबी के निर्देश के बाद एनएसई ने तय किया है कि बैंक निफ्टी में शीर्ष तीन शेयरों का वेटेज 19%, 14% और 10% पर कैप रहेगा। इस बदलाव के चलते कई बैंकों पर आउटफ्लो का दबाव बन रहा।
(प्रियंका कुमारी)