MVAG 2025: ओला-उबर अब पीक ऑवर्स में वसूलेंगी दोगुना किराया, सरकार ने दी छूट; जानें नए नियम

केंद्र सरकार की नई MVAG 2025 गाइडलाइंस के तहत अब ओला, उबर और रैपिडो जैसी कैब कंपनियां पीक ऑवर्स में बेस किराए का 2 गुना वसूल सकेंगी। जानें नए किराया नियम, ड्राइवर जुर्माना और बीमा अपडेट।

Updated On 2025-07-02 15:53:00 IST

MVAG गाइडलाइन: ओला-उबर अब पीक ऑवर्स में वसूलेंगी दोगुना किराया, सरकार ने दी छूट


MVAG 2025 Guidelines : अगर आप ओला, उबर, रैपिडो या इनड्राइव जैसी ऐप-बेस्ड कैब सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। केंद्र सरकार ने मोटर व्हीकल एग्रीगेटर गाइडलाइंस (MVAG) 2025 जारी की है। जिसमें इन ऐप-बेस्ड कैब कंपनियों को पीक ऑवर्स में बेस फेयर का 2 गुना तक किराया वसूलने की अनुमति दी गई है। पहले यह सीमा 1.5 गुना थी।

पीक ऑवर्स का मतलब क्या है?
पीक ऑवर्स वह समय होता है जब सड़कों पर ट्रैफिक सबसे ज्यादा होता है और कैब की मांग बढ़ जाती है। उदाहरण के लिए, सुबह 8:00 से 11:00 बजे तक (ऑफिस टाइम) और शाम 5:00 से 9:00 बजे तक (रिटर्न टाइम)। इसके अलावा बारिश, खराब मौसम और छुट्टियों के दौरान का वक्त।

किराया कैसे तय होगा?
MVAG गाइडलाइंस में बताया गया कि ऐप-बेस्ड कैब कंपनियां पीक आवर्स में बेस फेयर का अधिकतम दोगुना (2X) चार्ज कर सकती हैं। बेस फेयर हर राज्य सरकार कंपनियों के परामर्श से निर्धारित कर सकेंगी। उदाहरण के तौर पर किसी राज्य में बेस फेयर ₹100 है तो ओला उबर जैसी कंपनियां पीक ऑवर्स में अधिकतम ₹200 रुपए चार्ज कर सकती हैं, लेकिन नॉन-पीक समय में ₹50 रुपए से कम नहीं लेंगी।

राइड कैंसिल करने पर लगेगा जुर्माना
MVAG गाइडलाइंस 2025 के अनुसार, कोई ड्राइवर यदि राइड एक्सेप्ट करने के बाद बिना वैध कारण के कैंसिल कर देता है तो उसे तय किराए का 10% जुर्माना वसूला जाएगा। अधिकतम जुर्माना राशि ₹100 तय की गई है। कंपनियां जुर्माने की राशि ड्राइवर की कमाई से काट सकती हैं।

ड्राइवरों के लिए बीमा अनिवार्य
केंद्र सरकार ने सभी कैब, ऑटो, और बाइक टैक्सी ड्राइवरों के लिए ₹5 लाख तक का बीमा कवर पॉलिसी अनिवार्य की है। इसका उद्देश्य ड्राइवरों की सुरक्षा और उनके सामाजिक उत्तरदायित्वों को सुनिश्चित करना है।

नियम कब से लागू होंगे?
केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकारों को निर्देशित किया है कि अगले तीन महीनों (अर्थात सितंबर 2025 तक) इन नए नियमों को लागू करें। हालांकि, राज्यों को अपने हिसाब से नियमों में कुछ बदलाव करने की छूट दी गई है।

यात्री और उपभोक्ता क्या करें?

  • यात्रा बुक करते समय फेयर ब्रेकडाउन जरूर चेक करें
  • ओवरचार्जिंग की स्थिति में एप के भीतर रिपोर्ट करें
  • पीक टाइम ट्रैफिक से बचने के लिए यात्रा समय प्लान करें

सुविधा और सुरक्षा में संतुलन 
MVAG 2025 नियमों के जरिए सरकार यात्रियों की सुविधा और ड्राइवरों की सुरक्षा के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रही है। हालांकि, पीक ऑवर्स में किराया बढ़ना आम जनता पर अतिरिक्त बोझ डाल सकता है। स्पष्ट नियमों और बीमा जैसे प्रावधानों से पारदर्शिता और जवाबदेही की दिशा में यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

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