Peak XV Spark 03: वेंचर कैपिटल फर्म पीक XV के Spark 03 का ऐलान- बिजनेस लीडर बनेंगी 16 फीमेल फाउंडर, 14 कंपनियों को भी मदद

Peak XV announces Spark 03: पीक XV एक वेंचर कैपिटल फर्म है, जो बिजनेस सेक्टर की महिला संस्थापकों को 'Spark' फ़ेलोशिप प्रदान करती है। अब स्पार्क का तीसरा ग्रुप तैयार हुआ है।  

Updated On 2024-02-26 15:52:00 IST
Peak XV Spark 03

Peak XV announces Spark 03: वेंचर कैपिटल फर्म पीक XV (पीक फिफ्टीन और SEA) ने महिला फाउंडर्स के लिए अपनी स्पार्क फेलोशिप के नए समूह का ऐलान कर दिया है। यह पीक XV का तीसरा ग्रुप है। 'Spark' फ़ेलोशिप बिजनेस सेक्टर की महिला संस्थापकों को पीक XV (Peak XV) द्वारा प्रदान की जाती है। पीक XV एक वेंचर कैपिटल फर्म है, जिसे पहले सिकोइया कैपिटल इंडिया के नाम से जाना जाता था।

पीक XV ने क्या कहा?
कंपनी ने एक बयान जारी कर बताया कि स्पार्क 03 में कुल 14 कंपनियां और 16 फीमेल फाउंडर शामिल होंगी। पीक XV की मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) साक्षी चोपड़ा ने कहा कि स्पार्क के इस ग्रुप के लिए हमें कई आवेदन मिले। इनमें से 16 फाउंडर्स ने अपनी महत्वाकांक्षा, सिद्धांतिक सोच और ऑपरेशनल एक्पीरियंस से प्रभावित किया। इनमें कई दूसरी बार फाउंडर्स में शामिल हुए हैं। इन्हें फ्यूचर लीडर्स के तौर पर तैयार करने के लिए हम उत्साहित हैं।

Spark 03 में कौन-सी कंपनियां शामिल हुईं?
- कंपनी के मुताबिक, स्पार्क 03 ग्रुप के साथ पीक XV की स्टार्टअप कम्युनिटी में अब 3 साल से भी कम वक्त में 10 से ज्यादा सेक्टर्स में 48 फाउंडर और 41 स्टार्टअप शामिल हो चुके हैं। इन कंपनियों में से चार रैप्टरएक्स.एआई, एफओबीओएच, ट्रैवर्स और वर्ड्सवर्थ एआई कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) को लेकर कार्य कर रही हैं। जबकि कई हेल्थ सेक्टर (बेबीएमडी, सोलसाइड, इवनली और स्टील्थ) में योगदान दे रही हैं। 
- दूसरी कंपनियों में प्रॉफिट पीक- ई कॉमर्स व्यवसायों के लिए एक SaaS (सेवा के रूप में सॉफ़्टवेयर), फिक्स माई कर्ल्स- एक हेयर केयर ब्रांड, मेरिटिक- कंपनियों को रिपोर्टिंग और एनालिसिस ऑटोमेशन में मदद करती है, मेल्ववी- हैंडमेड और लाइफ स्टाइल प्रोडक्ट तैयार करती है। CHOSEN- स्किन केयर प्रोडक्ट बनाती है और सोर्स्ड- एआई-संचालित कंसाइनमेंट प्लेटफॉर्म का तैयार कर रही है।

क्या है Peak XV और 'स्पार्क'?
स्पार्क चार महीने तक चलने वाला प्रोग्राम है, जिसमें 1 लाख डॉलर (करीब 83 लाख रुपए) इक्विटी फ्री अनुदान (ग्रांट) दिया जाता है। यह स्टार्टअप के शुरुआती दौर में महिला फाउंडर्स (उद्यमियों) के लिए ओपन हुआ है। हर स्टार्टअप को अन्य कंपनियों से क्लाउड क्रेडिट से लेकर डेवटूल्स, एनालिटिक्स तक फंडिंग का फायदा मिलता है।

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