Retirement Planning: क्यों NPS रिटायरमेंट के लिए जरूरी निवेश होना चाहिए? क्या हैं इसके बड़े फायदे
Retirement Planning: एनपीएस रिटायरमेंट के लिए जरूरी निवेश होना चाहिए। ये एक तरह का भरोसेमंद पेंशन फंड है, जिसमें टैक्स छूट, कर्म खर्च और लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न मिलता है। अनुशासित बचत और स्थिर इनकम के लिए ये सबसे मजबूत विकल्प है।
नेशनल पेंशन सिस्टम एक ऐसा निवेश विकल्प है जो कमाई के सालों में अनुशासित बचत सिखाता है।
Retirement Planning: रिटायरमेंट के बाद स्थिर आय और आर्थिक सुरक्षा हर व्यक्ति की सबसे बड़ी जरूरत होती है। इसके लिए नेशनल पेंशन सिस्टम एक ऐसा निवेश विकल्प है जो कमाई के सालों में अनुशासित बचत सिखाता है और रिटायरमेंट के बाद नियमित पेंशन का भरोसा देता है। यह योजना न सिर्फ आपकी सेविंग्स को बढ़ाती है, बल्कि टैक्स बचत और कम खर्च में बड़ा फंड बनाने का मौका भी देती है।
एनपीएस में आपका पैसा तीन हिस्सों में लगाया जाता है, इक्विटी (शेयर बाजार), कॉर्पोरेट बॉन्ड और सरकारी सिक्योरिटीज में। लंबी अवधि में यह मिक्स ग्रोथ और स्थिरता दोनों बनाए रखता है। युवा निवेशक ज्यादा हिस्सा इक्विटी में रखकर तेज रिटर्न पा सकते हैं जबकि उम्र बढ़ने पर धीरे-धीरे निवेश को डेट (सुरक्षित साधनों) में शिफ्ट किया जा सकता है। एनपीएस की लाइफसायकल ऑप्शन सुविधा यह बदलाव अपने-आप करती है।
कम खर्च, ज्यादा मुनाफे का सौदा
एनपीएस का एक बड़ा फायदा है- बेहद कम फंड मैनेजमेंट कॉस्ट। यानी आपका ज्यादातर पैसा निवेश में ही रहता है, न कि खर्च में। यही कारण है कि लंबे समय में छोटे-छोटे योगदान भी बड़े फंड में बदल जाते हैं। 20-25 साल में यह कॉस्ट एडवांटेज आपके रिटायरमेंट कॉर्पस को कई गुना बढ़ा देता है।
टैक्स में भी जबरदस्त बचत
एनपीएस को टैक्स छूट के लिहाज से सबसे आकर्षक माना जाता है। इसमें निवेश करने पर आयकर की धारा 80सी और 80सीसीडी (1B)के तहत छूट मिलती है। खास बात यह है कि एनपीएस में 80CCD(1B) के तहत 50 हजार रुपये तक की अतिरिक्त छूट सिर्फ इसी स्कीम में मिलती है। रिटायरमेंट के समय आप कुल कॉर्पस का 60% हिस्सा टैक्स-फ्री निकाल सकते हैं और बाकी रकम से एन्युइटी खरीदकर पेंशन ले सकते हैं।
एनपीएस लचीला निवेश विकल्प और सुरक्षा देता
एनपीएस में आप खुद तय कर सकते हैं कि कितना पैसा इक्विटी में और कितना डेट में लगाना है। चाहें तो ऑटो चॉइस चुनकर सिस्टम को अपने हिसाब से निवेश तय करने दें। जरूरत पड़ने पर आंशिक निकासी की सुविधा भी है, जिससे आप इमरजेंसी में भी फंड का उपयोग कर सकते हैं।
रिटायरमेंट पर बनेगा स्थिर इनकम सोर्स
60 साल की उम्र में आप एनपीएस से एकमुश्त राशि निकाल सकते हैं और बाकी रकम से एन्युइटी लेकर हर महीने पेंशन हासिल कर सकते हैं। इससे आपको नियमित आय का भरोसा रहता है। अगर आप रिटायरमेंट के लिए मजबूत नींव बनाना चाहते हैं, तो एनपीएस को अपनी निवेश योजना का अहम हिस्सा जरूर बनाएं।
(प्रियंका कुमारी)