Rupee vs Dollar: रुपये ने डॉलर के मुकाबले पकड़ी रफ्तार, फेड रेट फैसले से पहले 2 हफ्ते के ऊंचे स्तर पर
Rupee vs Dollar: भारतीय रुपया बुधवार को 23 पैसे मजबूत होकर 87.82 पर बंद हुआ, दो हफ्ते का ऊंचा स्तर। अमेरिकी फेड की दरों में कटौती की उम्मीद और डॉलर की कमजोरी से भारतीय करेंसी को सहारा मिला है।
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Rupee vs Dollar: अमेरिकी फेडरल रिजर्व की अहम मीटिंग से पहले भारतीय रुपया बुधवार को दो हफ्ते के ऊंचे स्तर पर पहुंच गया। डॉलर की कमजोरी और भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर शुरू हुई बैठक का असर घरेलू मुद्रा पर साफ दिखा। रुपया 23 पैसे मजबूत होकर 87.82 पर बंद हुआ, जो 28 अगस्त के बाद से सबसे ऊंचा स्तर है। मंगलवार को यह 88.05 पर बंद हुआ था।
रुपये को मिला सपोर्ट
फेड की दरों में कटौती को लेकर बाजार में उत्साह बना हुआ है। डॉलर इंडेक्स 0.8 फीसदी टूटकर 96.56 पर आ गया, जो 1 जुलाई के बाद का सबसे निचला स्तर है। बाजार मानकर चल रहा है कि फेड 25 बेसिस पॉइंट की कटौती करेगा। फेडवॉच टूल के अनुसार, 96 फीसदी संभावना दरों में कटौती की है। यही कारण है कि उभरते बाजारों की करेंसी को सहारा मिला और रुपया उनमें सबसे मजबूत साबित हुआ।
भारत-अमेरिका वार्ता ने बनाया माहौल
मुद्रा बाजार में तेजी का एक और कारण भारत-अमेरिका के बीच रिश्तों में नरमी है। सोमवार से दोनों देशों के बीच व्यापारिक बातचीत शुरू हुई है। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। यह संकेत है कि दोनों देशों के बीच हाल के तनाव कम हो रहे हैं, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल बाजार में भी हलचल देखी गई। ब्रेंट क्रूड का नवंबर फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट 0.67% गिरकर 68.02 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा। मंगलवार को इसमें 1.85% की बढ़त देखी गई थी। रूस की ऊर्जा ढांचे पर यूक्रेन के हमले के बाद तेल बाजार में अस्थिरता बनी हुई है।
आगे कैसी रह सकती रुपये की चाल?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर फेड दरों में कटौती करता है तो रुपये को और मजबूती मिल सकती है। हालांकि, कच्चे तेल और डॉलर इंडेक्स में उतार-चढ़ाव अभी भी रुपये की चाल पर असर डाल सकते हैं।
(प्रियंका कुमारी)