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Iran terrorist attack: ईरान के चाबहार और रस्क शहर बुधवार की रात आतंकवादी हमले से दहल उठे। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इस हमले में 11 सुरक्षाकर्मी और 16 नागरिक की मौत हुई है। वहीं, कई अन्य घायल हो गए।

Iran terrorist attack:ईरान के चाबहार और रस्क शहर आतंकवादी हमले से दहल उठे। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इस हमले में 11 सुरक्षाकर्मी और 16 नागरिक की मौत हुई है। वहीं, कई अन्य घायल हो गए। जैश-अल-अदल आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में चाबहार में ईरानी बॉर्डर गार्ड्स के दो हेडक्वार्टर को निशाना बनाया। आतंकियों का इरादा हेडक्वार्टर पर कब्जा करने का था लेकिन वह अपने मंसूबों में कामायाब नहीं हो सके।  दोनों ही हेडक्वार्टर अशांत सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत में हैं। 

सारी रात चली मुठभेड़
ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) ने जवाबी कार्रवाई में15 आतंकवादियों को मार गिराया। ऐसा बताया जा रहा है कि हमले को बुधवार की रात अंजाम दिया गया। ईरान के आंतरिक मामलों के डिप्टी मंत्री माजिद मीरहमादी ने गुरुवार को हमले की जानकारी दी। स्थानीय मीडिया के मुताबिक आंतकियों और गार्डंस के बीच बुधवार की सारी रात मुठभेड़ चली। 

पाकिस्तान ने हमले की निंदा की
पाकिस्तान ने ईरान पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है। इसे कायरतापूर्ण बताया है। पाकिस्तानी राजदूत मुदस्सिर ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में ईरान के साथ एकजुटता होने की बात कही है। बता दें कि बीते कुछ सालों में ईरान के पाकिस्तान और अफगानिस्तान से सटी सीमाओं पर सुन्नी आतंकवादी समूहों ने घुसपैठ और हमले किए हैं। 

ईरान पर कई बार हमले कर चुका है जैश-अल-अदल
हमले के जवाब में ईरान ने पहले कई मौकों पर पाकिस्तान में जैश-अल-अदल के ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं। ईरानी कमांडो ने अपहरण किए गए अपने सैनिकों को बचाने के लिए 2021 में इस आतंकी संगठन के ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक भी की थी। जैश-अल-अदल ने फरवरी 2019 में ईरानी सैनिकों के काफिले पर हमला किया था। इस हमले में कई ईरानी सैनिक की मौत हो गई थी और कई सैनिक घायल हो गए। 2018 में इसी संगठन ने ईरान के 14 सैनिकों को किडनैप कर लिया था। बाद में ईरान के सैनिकों ने आतंकियों के गढ़ में घुसकर अपने साथियों को छुड़ा लिया था। 

क्या है जैश-अल-अदल?
जैश-अल-अदल पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत से काम करने वाला एक कट्टर आतंकी संगठन है। इससे जुड़े आंतकी अक्सर ईरान की सीमा में घुसकर वहां के सैनिकों पर हमले को अंजाम देते हैं। दरअसल जैश-अल-अदल एक कट्टर सुन्नी संगठन है। वहीं, ईरान में ज्यादातर शिया मुस्लमान रहते हैं। यही वजह है कि आतंकी संगठन ईरान पर हमला को अंजाम देते रहता है। जैश-अल-अदल से जुड़े ज्यादातर आतंकी संगठन पाकिस्तान के दूसरे आतंकी संगठनों को छोड़कर इसमें शामिल हुए हैं।

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