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Government's big step: सरकार ने जेन्युइन और फ्रॉड काल्स की पहचान के लिए एक नई योजना बनाई है। इसके तहत अब बैंक और सरकारी विभागों से आने वाले नंबर 10 अंकों के और 160 से शुरू होंगे।

Government's big step: भारत में लगातार बढ़ते स्कैम और फ्रॉड कॉल को रोकने के लिए सरकार एक बड़ी योजना बना रही हैं। इस योजना के तहत टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DoT) ने जेन्युइन कॉल और जालसाजों द्वारा की गई कॉल की पहचान करने के लिए एक नया टूल पेश किया है।

दूरसंचार विभाग ने सरकार, नियामकों और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन द्वारा की जाने वाली सेवा और लेनदेन संबंधी कॉल्स के लिए 160 से शुरू होने वाली एक डेडिकेटेड 10-डिजिट  वाली एक अलग नंबर सीरीज आवंटित की है। चलिए इसके बारें में आपको विस्तार से बतातें हैं। 

मोबाइल कॉल 160 से होंगे शुरू 
दूरसंचार विभाग, वित्तीय संस्थाओं और टेलीकॉम ऑपरेटर्स द्वारा की जाने वाली सेवा और ट्रांजैक्शन संबंधी फोन कॉल के लिए एक अलग से 10 डिजिट का नंबर जारी किया जाएगा। यह नंबर 160 से शुरू होगा।  सरकार के इस कदम का प्रमुख उद्देश्य ग्राहकों को सरकारी निकायों एंव विनियमित संस्थाों द्वारा की गई कॉल और स्कैमर्स व धोखाधड़ी करने वालों द्वारा की जाने वाली फोन कॉल्स के बीच फर्क पहचानने में मदद करना है। 

इस नंबर से यूजर्स की मिलेगी जानकारी 
टेलीकॉम डिपार्टमेंट की ओर से मंगवार को जारी ज्ञापन के अनुसार, टेलीकॉम डिपार्टमेंट द्वारा 10 डिजिट की नंबर सीरीज को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि यह लोगों को कॉल करने वाली संस्थाओं के साथ-साथ दूरसंचार ऑपरेटर और कॉल कहां से की गई है उसके स्थान की भी जानकारी मिल सकेगी। 

ऑफिशियल वक्तव्य के अनुसार, ‘‘टेलीकॉम कमर्शियल कम्युनिकेशन कस्टमर रेगुलेशन (टीसीसीसीपीआर), 2018 के तहत सर्विस और लेनदेन से संबंधित वॉयस कॉल के लिए विशेष रुप से एक अलग नंबर वाली सीरीज 160 आबंटर करने के लिए निर्दिष्ट किया गया है।’’ 

नोट में आगे कहा गया है कि टीएसपी (टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर) 160 श्रृंखला में से नंबर आवंटित करने से पहले सभी संस्थानों का अच्छी तरह से वेरिफिकेशन करेगा। इसके लिए टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर से एक वचन प्राप्त (अंडरटेकिंग) लेना होगा कि वह टीसीसीसीपीआर 2018 के मुताबिक 160 सीरीज में से आवंटित नंबर का उपयोग केवल सर्विस और ट्रांजैक्शन से संबंधित फोन कॉल्स े लिए करेगा। 

जालसाजी कॉल्स रोकने में ऐसे मिलेगी मदद 
160 से शुरू होने वाले ये नंबर 10 अंकों के होंगे। इसे सरकार फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन्स (बैंक) और टेलीकॉमर रेगुलेटर्स के लिए 1600एबीसीएक्सएक्सएक्स फॉर्मेट में जारी की जाएगा। इसमें ‘एबी’ टेलीकॉम सर्किल का कोड दिखाएगा जिसमें दिल्ली के लिए 11, मुंबई के लिए 22 का कोड होगा। वहीं ‘सी’ वाला अंक टेलीकॉम ऑपरेटर का कोड दिखाएगा जबकि 'एक्सएक्सएक्स' 000-999 के बीच के अंक दिखाई देंगे। 

इसी तरह आरबीआई द्वारा रेगुलेट की जाने वाली वित्तीय संस्थाएं, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी), पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) और इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (आईआरडीए) से लिए 10 डिजिट की सीरीज का नंबर 1601एबीसीएक्सएक्सएक्स प्रारूप में जारी किया जाएगा।

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