रीवा में डॉक्टर की पीट-पीटकर हत्या: नशा मुक्ति केंद्र के डायरेक्टर ने साथियों के साथ किया हमला, 5 पर FIR दर्ज

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रीवा में डॉक्टर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।
SP विवेक सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में घटना की वजह संदेह बताया जा रहा है, प्रसून तिवारी को शंका था कि डॉ. रुद्र सेनगुप्ता उनकी पत्नी से बात करता था।

Rews News: मध्यप्रदेश के रीवा में नशा मुक्ति केंद्र(एनजीओ) में पदस्थ एक डॉक्टर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। आरोप है कि डॉक्टर NGO डायरेक्टर की पत्नी से फोन पर बातचीत करता था। इसी बात से आरोपी नाराज था। पुलिस ने एनजीओ डायरेक्टर समेत 5 लोगों पर FIR दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक, तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं दो आरोपी अभी भी फरार है।

थाना प्रभारी कमलेश साहू ने बताया कि कृष्णा नगर में रुद्र सेनगुप्ता (53, BHMS)रहते थे। पद्मधर कॉलोनी में संचालित न्यू संकल्प नशा मुक्ति केंद्र (NGO) में ढाई साल से डॉक्टर थे। घटना के दिन ही गंभीर हालत में डॉक्टर को संजय गांधी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां देर रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। प्रसून तिवारी, शशांक तिवारी और प्रियंका तिवारी को गिरफ्तार किया गया हैं। फिलहाल सेंटर को सील कर दिया है।

आरोपियों ने ऑफिस में काम के बहाने बुलाया
रीवा एसपी विवेक सिंह ने बताया कि नीलेश तिवारी ने डॉ. रूद्र सेनगुप्ता को फोन कर ऑफिस बुलाया। कहा कि जरूरी काम से बैकुंठपुर चलना है। इसके बाद डॉक्टर सेनगुप्ता नशा मुक्ति केंद्र पहुंचे। यहां केंद्र डायरेक्टर शशांक तिवारी, नीलेश तिवारी और राजकुमार तिवारी और प्रसून तिवारी सहित एक महिला प्रियंका तिवारी पहले से बैठे हुए थे।

संदेह पर ले ली जान
आरोपियों ने पहले तो डॉक्टर से पूछताछ की। थोड़ी ही देर में दोनों पक्षों में बहस शुरू हुई। इसी दौरान आरोपियों ने मिलकर डॉ. रूद्र सेनगुप्ता पर हमला बोल दिया। डॉक्टर के सिर में गंभीर चोटें आई। शरीर के कई हिस्सों से खून बहने लगा था। गंभीर हालत में डॉक्टर ने अपने घर वालों को सूचना दी और फिर परिजन उसे अस्पताल ले गए। एसपी विवेक सिंह ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह सामने आएगी। एसपी ने कहा कि शुरुआती जांच में घटना की वजह संदेह बताया जा रहा है, प्रसून तिवारी को शंका था कि डॉ. रुद्र सेनगुप्ता उनकी पत्नी से बात करता था। इसे लेकर प्रसून तिवारी और उनका परिवार डॉ. रूद्र सेनगुप्ता को पहले भी चेतावनी दी थी।

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