Dhirendra Shastri Ratlam Visit: बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र शास्त्री बुधवार को रतलाम पहुंचे। यहां वह निजी कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे, तभी रास्ते में उन्हें एक बच्ची दिखी। धीरेंद्र शास्त्री ने बच्ची को बुलाया और झोले से निकालकर 500 रुपए का नोट पकड़ा दिया। बच्ची उनके इस उपहार से काफी खुश है। वह अपनी दादी प्रतिभा बैरागी के साथ धीरेंद्र शास्त्री के दर्शन करने आई थी।
प्रतिभा बैरागी ने बताया, गुरुजी के हाथों में नोट पाकर पोती इतना खुश है कि मानो दुनिया की सबसे बड़ी दौलत मिल गई हो। उनसे मिलने के लिए सुबह से रट लगाए हुए थी। यहां काफी भीड़ भाड़ थी। धक्का-मुक्की में कुछ महिलाएं नीचे गिर गईं। हालांकि, किसी को चोट नहीं आई।
नवंबर से फिर करेंगे पदयात्रा
धीरेंद्र शास्त्री राजस्थान के बीकानेर के नौखा से दोपहर 12:20 बजे रतलाम में बंजली हवाई पट्टी पहुंचे। यहां से वह निजी कार्यक्रम के लिए रवाना हुए। सागोद रोड पर लोगों से मुलाकात के बाद भोजन किया फिर बंजली चौराहे पर आयोजित कार्यक्रम स्थल पहुंचे। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि हिंदू राष्ट्र और छुआछूत रहित समाज के निर्माण के लिए नवंबर से पैदल यात्रा करेंगे।
संतों को मिले सुरक्षा
धीरेंद्र शास्त्री ने नीमच में जैन संतों पर हुए हमले की निंदा की। कहा, यह घटना बेहद निंदनीय है। संतों पर इस तरह के हमले देश के लिए दुर्भाग्य है। संतों को सुरक्षा दी जानी चाहिए। जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है, मैं उन्हें कहना चाहूंगा कि पत्थर ही फेंकना है तो देश द्रोहियों पर फेंको।
बंगाल हिंसा पर जताई चिंता
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने वक्फ अधिनियम को लेकर जुलूस और हिंसा पर चिंता जताई। कहा, हिंदुओं को डराने की यह साजिश है, लेकिन हिंदू न डरने वाला और झुकने वाला। भारत में रहना वाला हर व्यक्ति हिंदू है। मुस्लिम भी हिंदू हैं, पूर्व में उनका धर्मांतरण हुआ था।