महेश्वर में मोहन कैबिनेट का बड़ा फैसला: MP के इन 18 शहरों में शराबबंदी; जानिए और क्या-कुछ बदलेगा

Mohan Cabinet Meeting: मध्य प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक शुक्रवार (24 जनवरी) को महेश्वर (खरगोन) में हुई। देवी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती पर हुई बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए। सीएम मोहन ने एमपी के 18 धार्मिक नगरों में शराब दुकानें बंद करने के फैसले पर मुहर लगाई है। ये दुकानें कहीं शिफ्ट भी नहीं होंगी। सीएम ने कहा कि विशेष परिस्थिति में मंत्री अपने विभागों में ट्रांसफर कर सकेंगे। सीएम ने महू में आंबेडकर विश्वविद्यालय के लिए 25 करोड़ रुपए का फंड आवंटित करने का ऐलान किया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा महेश्वर में आयोजित कैबिनेट बैठक में हुए महत्वपूर्ण निर्णयों की जानकारी #महेश्वर_में_एमपी_कैबिनेट #Maheshwarhttps://t.co/4zuRbc5fYP
— Jansampark MP (@JansamparkMP) January 24, 2025
मां नर्मदा की पूजा के बाद हुई बैठक
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शुक्रवार की सुबह 11:30 बजे महेश्वर हेलीपैड पहुंचे। यहां प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग, सांसद गजेंद्र सिंह पटेल और दूसरे नेताओं ने सीएम का स्वागत किया। इसके बाद सीएम मोहन अहिल्या घाट पहुंचे। नर्मदा में दर्शन और पूजा की। इसके बाद मुख्यमंत्री कैबिनेट बैठक में शामिल हुए। बैठक में 18 धार्मिक नगरों में शराब की दुकानें बंद करने के फैसले पर सहमति दी गई।
माननीय मुख्यमंत्री जी का महेश्वर हेलिपैड पर प्रभारी मंत्री श्री विश्वास सारंग जी, जनप्रतिनिधियों एवं कार्यकर्ताओं ने आत्मीय स्वागत किया।@DrMohanYadav51 pic.twitter.com/wbEZx9E4Yy
— Office of Dr. Mohan Yadav (@drmohanoffice51) January 24, 2025
18 धार्मिक शहरों में शराबबंदी पर मुहर
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन स्थानों पर भगवान राम और कृष्ण ने अपने कदम रखे, वहां शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है। इनमें उज्जैन, ओंकारेश्वर, चित्रकूट, महेश्वर, मंदसौर, दतिया और अमरकंटक जैसे शहर शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी का निर्णय युवाओं को बेहतर भविष्य देने और इन धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनाए रखने के लिए जरूरी है।

नई आबकारी नीति पर भी हुई चर्चा
बैठक में नई आबकारी नीति पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी से होने वाले राजस्व नुकसान की भरपाई के लिए नई नीतियां लाई जाएंगी। इसमें शराब दुकानों की नीलामी के लिए नई शर्तें लागू होंगी। सामाजिक संगठनों और साधु-संतों से सलाह-मशविरा करके इस निर्णय को अमलीजामा पहनाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस नीति का मकसद केवल राजस्व संग्रह नहीं बल्कि समाज का कल्याण है।
धार्मिक विरासत को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने का संदेश
महेश्वर कैबिनेट का आयोजन देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर किया गया। मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल ने अहिल्याबाई की विरासत को संरक्षित करने के लिए कई योजनाओं पर भी चर्चा की। महेश्वर अब धार्मिक पर्यटन और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में उभर रहा है। इस आयोजन ने मध्यप्रदेश की संस्कृति और धार्मिक विरासत को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने का संदेश दिया।
लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर जी का
— Jansampark MP (@JansamparkMP) January 24, 2025
300 वें जयंती वर्ष का पावन अवसर
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने की पहल
लोकमाता की राजधानी रही धार्मिक नगरी
महेश्वर में आयोजित होगी विशेष "कैबिनेट बैठक"
🗓️24 जनवरी 2025@DrMohanYadav51 @CMMadhyaPradesh @MinOfCultureGoI@minculturemp… pic.twitter.com/hwx9PDXu2O
राजवाड़ा पर फोटो सेशन
सीएम ने बैठक से पहले अहिल्या किला जाकर राजगादी का दर्शन किया। राजवाड़ा पर कैबिनेट का फोटो सेशन कराया। कैबिनेट बैठक के बाद सीएम डॉ. मोहन यादव मंडलेश्वर जाएंगे। यहां आम सभा को संबोधित करेंगे। वे जानापाव उद्वहन सिंचाई योजना का शिलान्यास भी करेंगे। मंत्री गोविंद राजपूत ने कहा कि आज पूरी सरकार मां अहिल्या देवी की पवित्र नगरी में है।