रानी दुर्गावती के नाम होगा जबलपुर एयरपोर्ट: CM मोहन यादव ने बलिदान दिवस समारोह में की घोषणा, बताई गौरवगाथा

Jabalpur Airport Renaming on Rani Durgavati: वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर सोमवार 24 जून को जबलपुर में भव्य कार्यक्रम हुआ। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस दौरान जबलपुर एयरपोर्ट और सबसे बड़े फ्लायओवर का नाम वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम से किए जान की घोषणा की है। कहा, गढ़ में रानी दुर्गावती स्टेडियम के लिए भारत सरकार से अनुमति दिलाने का प्रयास राज्य शासन करेगी। साथ ही क्षेत्र के तालाबों के जीर्णोद्धार कराने का आश्वासन दिया।
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LIVE: महारानी वीरांगना रानी दुर्गावती के 461वें बलिदान दिवस पर जबलपुर में आयोजित 'पुण्य स्मरण समारोह' https://t.co/Vj8Sy60HL4
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) June 24, 2024 मुख्यमंत्री मोहन यादव मुख्य अतिथि रहे। इस दौरान उन्होंने रानी दुर्गावती को समाज का गौरव बताते हुए कहा, वीरांगना ने पेयजल की समुचित व्यवस्था के लिए कई सारे जल स्त्रोत बनाए। लड़ते-लड़ते वीरगति को प्राप्त हो गईं, लेकिन दुश्मनों के आगे झुकी नहीं। आज उनके बलिदान दिवस पर हम सब इस मिट्टी को नमन करने आए हैं।
LIVE: नरईनाला, जबलपुर स्थित रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण
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— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) June 24, 2024 मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि मध्य प्रदेश में वीरांगना दुर्गावती के नाम पर पहली कैबिनेट बैठक जबलपुर में की गई थी। गोंडवाना साम्राज्य में जितने जल स्रोत हैं, उन्हें रानी दुर्गावती ने ही बनवाया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव नरईनाला स्थित वीरांगना दुर्गावती की समाधि स्थल पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने जनजातीय कलाकारों के साथ लोकनृत्य भी किया।
प्रजा के लिए मां समान थीं रानी दुर्गावती: राकेश सिंह
- लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा, वीरांगना दुर्गावती 52 गढ़ की मालकिन होते हुए भी प्रजा के लिए मां समान थीं। इतिहास ने उनके साथ न्याय नहीं किया। प्रधानमंत्री मोदी उनके कार्यक्रम में शामिल हुए थे, आज उसी परंपरा मुख्यमंत्री आगे बढ़ा रहे हैं।
- मंत्री राकेश सिंह ने बताया कि वीरांगना दुर्गावती ने ऐसे 23 हजार गांव चिह्नित किए थे, जहां उन्हें पता था कि किस गांव में कौन सी फसल होगी। पंच साल विधि से उन्होंने 52 ताल 84 तलैया बनवाए। 52 युद्व जीते, हर युद्व जीतकर प्रजाहित में तालाब बनवाती थीं। भाजपा सरकार उनके दिखाए राश्ते पर चल रही है।
